हरिद्वार जिले में इन दिनों वाहन चोरों का जबरदस्त आतंक है, जबकि पुलिस चोरी की वारदात अंजाम देने वाले गिरोह तक पहुंचने में नाकाम है। बीते 79 दिन में जिले से 103 दोपहिया चोरी हो गए हैं।
अपराध के लिहाज से हरिद्वार जिला बेहद संवेदनशील है। जिले में सबसे अधिक घटनाएं वाहन चोरी की होती हैं। पहले वाहन चोरी के मामले में पीड़ित तहरीर लेकर थाने जाता था। यहां पुलिस पहले तो कई दिन तक उसे इधर-उधर टरकाती रहती थी, बिना सिफारिश वाहन चोरी का मुकदमा ही नहीं लिखा जाता था। कई पीड़ित तो ऐसे होते थे कि पुलिस उनकी तहरीर रिसीव कर लेती थी, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं करती थी।
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हरिद्वार जिले में इतनी बड़ी संख्या में वाहन चोरी वास्तव में गंभीर है, हालांकि पुलिस की ओर से वाहनों की बरामदगी भी की गई है। जब ई-एफआइआर आया है, तबसे वाहन चोरी के शत-प्रतिशत मुकदमे लिख जा रहे हैं। मुख्यमंत्री का भी जोर इस बात पर है कि अधिक से अधिक ई एफआइआर दर्ज हों। इस संबंध में हरिद्वार के कप्तान को निर्देशित किया गया है कि वाहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कदम उठाएं। जो मुकदमे दर्ज हैं उनकी सही से विवेचना करते हुए वाहनों की बरामदगी सुनिश्चित की जाए।