शिमला। हिमाचल प्रदेश के मौसम ने गुरुवार को करवट बदल ली है। प्रदेश की ऊंची चोटियों बारालाचा, कुंजुम और रोहतांग में हल्की बर्फबारी दर्ज की गई है जिससे पूरे राज्य में ठंडक बढ़ गई है। इसके अलावा प्रदेश के अधिकतर इलाकों में दिन भर बादल छाए रहे जिसका सीधा असर तापमान पर पड़ा है। मौसम के इस बदलाव के कारण राज्य के अधिकतम तापमान में सात डिग्री सेल्सियस तक की भारी गिरावट देखने को मिली है।
तापमान में सबसे ज्यादा गिरावट सोलन जिले में दर्ज की गई जहां पारा सात डिग्री नीचे लुढ़क गया। कांगड़ा में भी तापमान में चार डिग्री की कमी आई है। हालांकि राहत की बात यह रही कि इन दोनों जगहों पर प्रदेश का सबसे अधिक तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। ऊना, मंडी और धर्मशाला जैसे प्रमुख शहरों में भी ठंड का असर बढ़ा है और यहां अधिकतम तापमान में छह डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है। मंडी में कोहरे की घनी चादर ने वाहन चालकों की मुश्किलें बढ़ा दीं और दृश्यता कम होने से यातायात प्रभावित हुआ।
रोहतांग दर्रे पर भी हलचल देखने को मिली। मरम्मत कार्य के चलते पिछले दो दिनों से बंद रहने के बाद गुरुवार को रोहतांग दर्रे को खोल दिया गया और वहां 428 वाहन पहुंचे। पर्यटकों ने यहां हल्की बर्फबारी का आनंद लिया।
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए भी पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग के अनुसार 19 दिसंबर को भी प्रदेश के कुछ स्थानों पर बादल छाए रहने की संभावना है। मंडी और बिलासपुर जिलों के लिए घने कोहरे की चेतावनी यानी यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 20 और 21 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ का हल्का असर देखने को मिल सकता है। इसके प्रभाव से ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में हल्का हिमपात और प्रदेश के कुछ निचले इलाकों में हल्की बारिश होने की उम्मीद है।
न्यूनतम तापमान की बात करें तो इसमें एक से दो डिग्री सेल्सियस का उतार चढ़ाव देखा गया है। कुछ जगहों पर न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है तो कुछ जगहों पर थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कांगड़ा में न्यूनतम तापमान में सबसे ज्यादा 2.8 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। मौसम के इस बदलते मिजाज से प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दौर शुरू होने के आसार हैं।