बच्चे अपने शरीर और मुंह की सफाई को लेकर ज्यादा सजग नहीं होते हैं क्योंकि उन्हें यही पता नहीं होता है कि शरीर के किस अंग की कैसे सफाई करनी है। बच्चों में मुंह से दुर्गंध आना भी एक आम समस्या है। अधिकर बच्चे दिन में दो बार ब्रश करने से जी चुराते हैं, जिसकी वजह से उनकी सांसों से बदबू आने लगती है।
मुंह की सफाई न रखने के अलावा किसी बीमारी के लक्षण के रूप में भी बच्चे के मुंह से दुर्गंध आ सकती है। कभी-कभी पेरेंट्स के लिए यह समझना बहुत मुश्किल हो जाता है कि मुंह की बदबू का कारण हाईजीन की कमी है या फिर कोई मेडिकल कंडीशन।तो चलिए जानते हैं कि बच्चों के मुंह से बदबू क्यों आती है और किस तरह इस परेशानी को खत्म या इससे बचा जा सकता है।
किसी फूड और ड्रिंक जैसे कि लहसुन, प्याज, चीज, संतरे का जूस और सोडा पीने के बाद मुंह से बदबू आ सकती है। दांतों और मुंह की सफाई न रखने पर भी बच्चों के मुंह से दुर्गंध आने लगती है।
मुंह में सलाईवा कम बनने पर सेरोस्टोमिया हो जाता है जिससे मुंह से बदबू आने लगती है। प्लाक जमने, कैविटी होने, मुंह में छाले होने पर भी सांस से दुर्गंध आ सकती है। एलर्जी, टॉन्सिल्स या साइनस इंफेक्शन में भी मुंह से बदबू आ सकती है।
साइनस, अस्थमा या एडेनोइ्डस बढ़ने, डायबिटीज, किडनी फेल होने, गैस्ट्रिक इंफेक्शन, लिवर प्रॉब्लम और ओरल कैंसर होने पर भी मुंह से दुर्गंध आ सकती है।
मुंह से बदबू आने की समस्या को मेडिकल भाषा में हैलिटोसिस कहते हैं। यह मुंह में सूखेपन की वजह से हैलिटोसिस हुआ है, तो बच्चे को मुंह में सलाईवा की मात्रा बढ़ाने के लिए खूब तरल पदार्थ पीने की सलाह दी जाती है। डॉक्टर आर्टिफिशियल सलाईवा भी लिख सकते हैं।
वहीं अगर मुंह में इफेक्शन की वजह से हैलिटोसिस हुआ है तो फिर स्थिति के अनुसार दवा या सर्जरी से इसका इलाज किया जाता है। दांत में कीड़ा या फोड़ा होने पर सर्जरी करने की जरूरत पड़ सकती है।
- दिन में दो बार ब्रश करने की आदत डालें और हर बार में दो मिनट तक दांतों को ब्रश करें।
- हर बार खाना खाने के बाद कुल्ला करें। डॉक्टर से माउथवॉश लिखवाएं।
- बच्चे को फ्लॉस करना सिखाएं। बच्चे काे जीभ भी ठीक तरह से साफ करनी आनी चाहिए।
- शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए बच्चे को खूब पानी पिलाएं।
- ओरल हेल्थ के मामले में बच्चे ही नहीं बल्कि बड़े भी बहुत लापरवाह होते हैं लेकिन आपको यह समझना चाहिए कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ ओरल हेल्थ भी बहुत जरूरी है।