देहरादून। उत्तराखंड के पहले मुख्यमंत्री स्वर्गीय नित्यानंद स्वामी की जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें याद करते हुए अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में नित्यानंद स्वामी के चित्र पर श्रद्धासुमन चढ़ाए और उनके योगदान को नमन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नित्यानंद स्वामी के व्यक्तित्व और उनके कार्यों को याद करते हुए कहा कि उनका जीवन हम सभी के लिए एक प्रेरणा स्रोत है।
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नित्यानंद स्वामी के नेतृत्व में ही उत्तराखंड राज्य की प्रशासनिक नींव मजबूत हुई थी। उन्होंने राज्य के शुरुआती दौर में जो फैसले लिए उन्होंने भविष्य के विकास का मार्ग प्रशस्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी जी का पूरा जीवन समाज और राष्ट्र सेवा के प्रति समर्पित रहा। वे नैतिक मूल्यों और लोक कल्याण के आदर्शों का एक जीता जागता उदाहरण थे।
धामी ने याद दिलाया कि नित्यानंद स्वामी ने हमेशा जनसेवा को राजनीति से ऊपर रखा और राज्य के हित में काम किया। उनकी सादगी और सरलता आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई पीढ़ी को उनके जीवन से सीख लेनी चाहिए कि कैसे निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा की जा सकती है। यह श्रद्धांजलि सभा उस जननायक के प्रति सम्मान प्रकट करने का एक माध्यम थी जिन्होंने उत्तराखंड को एक नई पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।