अमृतसर। पंजाब के अमृतसर में एक बड़ी और सनसनीखेज खबर सामने आई है जिसने पुलिस और प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। अमृतसर विजिलेंस ब्यूरो के एसएसपी लखबीर सिंह पर कथित तौर पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज किए जाने की जानकारी मिल रही है। बताया जा रहा है कि यह मामला करीब 55 करोड़ रुपये के एक विकास कार्य से जुड़ा हुआ है जिसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की आशंका जताई गई है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस प्रकरण में एसएसपी लखबीर सिंह को निलंबित किए जाने की भी चर्चा जोरों पर है हालांकि अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक आदेश सार्वजनिक नहीं किया गया है।
जानकारी के मुताबिक एसएसपी लखबीर सिंह के अलावा इस मामले में एक समाजसेवी सहित पांच अन्य लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। लेकिन जब इस बारे में एसएसपी लखबीर सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें न तो किसी विभागीय अधिकारी ने औपचारिक रूप से इस कार्रवाई की पुष्टि की है और न ही उन्हें अभी तक कोई लिखित आदेश मिला है। उन्होंने बताया कि उन्हें भी इंटरनेट मीडिया पर चल रही खबरों के जरिए ही इस बारे में पता चल रहा है। चर्चा यह भी है कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इससे जुड़ी एफआईआर को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है।
लखबीर सिंह की तैनाती इसी साल अप्रैल महीने में अमृतसर में हुई थी। उनके कार्यकाल के दौरान ब्लैकमेलिंग और भ्रष्टाचार से जुड़े कई बड़े आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जिससे उनकी छवि एक सख्त अधिकारी की बनी थी। लेकिन अब खुद उन पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लगने से स्थिति काफी पेचीदा और अस्पष्ट हो गई है।
यह पहला मौका नहीं है जब पंजाब में विजिलेंस विभाग के बड़े अधिकारियों पर गाज गिरी हो। इससे पहले इसी साल अप्रैल महीने में पंजाब सरकार ने विजिलेंस ब्यूरो के चीफ डायरेक्टर समेत दो अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भी निलंबित कर दिया था। उस समय उन पर आरोप था कि उन्होंने कथित ड्राइविंग लाइसेंस घोटाले में समय रहते कार्रवाई नहीं की और मामले को गंभीरता से नहीं लिया। उस कार्रवाई के बाद सरकार ने स्पष्ट संकेत दिया था कि भ्रष्टाचार, लापरवाही और कर्तव्य में कोताही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी चाहे अधिकारी कितना ही बड़ा क्यों न हो। अब लखबीर सिंह के मामले में क्या सच है यह जांच के बाद ही साफ हो पाएगा।