मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक खूंखार और आदमखोर तेंदुए ने दहशत फैला दी। इस तेंदुए ने बल्ह उपमंडल की भडयाल पंचायत के तीन अलग-अलग गांवों में कहर बरपाया और छह लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई जबकि पांच अन्य लोग बुरी तरह से लहूलुहान हो गए। बाद में आक्रोशित ग्रामीणों ने खुद ही इस आदमखोर तेंदुए को घेरकर मार गिराया।
घटना के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक तेंदुए ने सबसे पहले सुबह एक प्रवासी मजदूर साहिब सिंह पर हमला किया जो बिहार का रहने वाला है। इसके बाद तेंदुआ वहां से भागा और लकड़ी लेने जा रही चंपा देवी को अपना निशाना बनाया। लेकिन वहां से गुजर रहे 68 वर्षीय बुजुर्ग डागू राम ने अदम्य साहस दिखाया और डंडे से मारकर तेंदुए को वहां से खदेड़ दिया जिससे चंपा देवी की जान बच गई।
इसके बाद तेंदुए ने दीनानाथ पर हमला बोल दिया। दीनानाथ को बचाने के लिए उनकी पत्नी रेखा देवी और बेटा जतिन दौड़कर आए लेकिन तेंदुए ने उन पर भी हमला कर उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया। इस खूनी खेल का अंत यहीं नहीं हुआ। भडयाल गांव में पिंकू राम के घर आए उनके साले 40 वर्षीय बलवीर सिंह पर भी तेंदुए ने हमला किया। इस हमले में बलवीर सिंह की मौत हो गई। बलवीर सिंह मंडी के भ्यूली इलाके के रहने वाले थे।
तेंदुए के लगातार हमलों से पूरे इलाके में दहशत और गुस्सा फैल गया। लोग हाथों में डंडे और हथियार लेकर तेंदुए को मारने के लिए निकल पड़े। इस दौरान तेंदुआ एक घर के पास छिपा हुआ था और उसने फिर से लोगों पर हमला करने की कोशिश की। लेकिन इस बार ग्रामीणों ने उसे घेर लिया और पीट-पीटकर मार गिराया।
एसडीएम स्मृतिका नेगी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि तेंदुए के हमले में पांच लोग घायल हुए हैं जिन्हें इलाज के लिए नेरचौक मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। उन्होंने बताया कि मंडी के भ्यूली निवासी एक व्यक्ति की मौत हो गई है। घायलों की पहचान साहिब सिंह, चंपा देवी, दीनानाथ, जतिन और रेखा देवी के रूप में हुई है। वन विभाग के उप अरण्यपाल वासु डोगर ने बताया कि सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम को मौके पर भेज दिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।