शिमला. पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश इन दिनों कड़ाके की ठंड की चपेट में है। प्रदेश में सूखी ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसने आम जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। राज्य के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है और कई जगहों पर पारा सामान्य से नीचे लुढ़क गया है। हालात ये हैं कि जनजातीय जिलों लाहुल स्पीति और किन्नौर में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। यहां तापमान शून्य से काफी नीचे चले जाने के कारण प्राकृतिक जल स्रोत और झरने तक जमने लगे हैं, जिससे लोगों को पानी की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है।
ठंड का यह सितम केवल ऊंचे पहाड़ी इलाकों तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रदेश के निचले जिले और मैदानी इलाके भी इससे अछूते नहीं हैं। बिलासपुर और मंडी जिलों में सुबह और शाम के वक्त घना कोहरा छाया रह रहा है। इस कोहरे के कारण न केवल ठंड की चुभन महसूस हो रही है, बल्कि दृश्यता (विजिबिलिटी) कम होने से वाहन चालकों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम का एक अजीब मिजाज यह भी देखने को मिल रहा है कि निचले इलाकों की रातें अब राजधानी शिमला से भी ज्यादा सर्द हो चुकी हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो शिमला में जहां न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहा, वहीं सोलन में यह लुढ़क कर 3 डिग्री, मंडी में 3.7 डिग्री और हमीरपुर में 3.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, 13 और 14 दिसंबर को मौसम करवट लेगा। इस दौरान चंबा, किन्नौर, कुल्लू और लाहुल स्पीति के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्का हिमपात होने की संभावना जताई गई है, जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश हो सकती है। हालांकि, अन्य जिलों में मौसम शुष्क बने रहने के आसार हैं। इसके अलावा, लंबी अवधि के पूर्वानुमान के मुताबिक, 26 दिसंबर से लेकर पहली जनवरी तक शिमला, चंबा, कुल्लू और लाहुल-स्पीति में फिर से बर्फबारी और बारिश का दौर शुरू हो सकता है। विभाग ने बिलासपुर और मंडी में घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया है।
तापमान के आंकड़ों की बात करें तो लाहुल स्पीति का कुकुमसेरी सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां तापमान माइनस 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ताबो में पारा माइनस 4.6 डिग्री और कल्पा में 1 डिग्री रहा। पर्यटन स्थल मनाली में न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री, नारकंडा में 3.4 डिग्री और कुफरी में 6.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के औसत न्यूनतम तापमान में 0.2 डिग्री की गिरावट आई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 2 से 8 जनवरी तक लाहुल-स्पीति, कुल्लू और मंडी में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है, जिससे ठंड का असर और गहरा सकता है। फिलहाल 12 और 13 दिसंबर को पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है, लेकिन लोगों को कड़ाके की ठंड से राहत मिलने के आसार कम ही हैं।