चंडीगढ़। निलंबित डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर के खिलाफ चल रही रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार की जांच में सीबीआई को एक और अहम सबूत हाथ लगा है। सीबीआई को जांच के दौरान पता चला है कि भुल्लर अपने रसूख का इस्तेमाल अदालतों के फैसलों को प्रभावित करने के लिए भी करता था।
भुल्लर के मोबाइल फोन से काफी ऐसी चैट मिली है, जिनमें जजों के फैसलों को लेकर भी बातचीत थीं। भुल्लर की यह चैट बिचौलिये कृष्णु शारदा के साथ है। इसलिए सीबीआई अब भुल्लर और कृष्णु दोनों को रिमांड पर लेकर इसी बारे में पूछताछ कर रही है।
सीबीआई ने शनिवार को भुल्लर का पांच दिनों का रिमांड हासिल किया था। इस दौरान सीबीआई के वकील ने अदालत में कहा था कि भुल्लर और कृष्णु के चैट्स में कई ऐसे मैसेज शामिल हैं जो यह दर्शाते हैं कि दोनों के बीच न्यायिक आदेशों और फैसलों को प्रभावित करने की साजिश रची जा रही थी।
सूत्रों से पता चला है कि दो जज भी सीबीआई की रडार पर हैं। सूत्रों का यह भी कहना है कि भुल्लर और बिचौलिया कृष्णु शारदा कुछ जजों को विदेश घुमाने भी ले जाते थे। ऐसे में सीबीआई ने जांच का दायरा अब बढ़ा दिया है। जजों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
भुल्लर-कृष्णु को आमने सामने बैठा कर पूछताछ
सीबीआई ने 16 अक्टूबर को भुल्लर और बिचौलिये कृष्णु को मंडी गोबिंदगढ़ के एक स्क्रैप डीलर आकाश बत्ता की शिकायत पर गिरफ्तार किया था। यह दोनों बत्ता से एक आपराधिक मामले में फेवर देने के नाम पर मंथली रिश्वत मांग रहे थे। सीबीआई ने कृष्णु को पांच लाख रुपये रिश्वत की रकम के साथ पकड़ा था।
दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था, लेकिन अब दोनों के खिलाफ जांच को आगे बढ़ाने के लिए सीबीआई ने उनका कोर्ट से रिमांड ले लिया है। रिमांड के दौरान दोनों को आमने सामने बिठाकर पूछताछ की जा रही है।
कई आईपीएस निशाने पर
इस मामले में कई और आईपीएस अधिकारी भी सीबीआई के निशाने पर हैं। बिचौलिए से पूछताछ के दौरान सीबीआई को कई अधिकारियों की मिलीभगत का पता चला है। सीबीआई जल्द ही कुछ अफसरों से पूछताछ कर सकती है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि सीबीआई कई राज उगलवाने के लिए कृष्णु शारदा को सरकारी गवाह भी बना सकती है।