पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ की नन्हीं कली के साथ अपहरण, दुष्कर्म व हत्या की घटना को अंजाम देने वाले मुख्य अभियुक्त को सुप्रीम कोर्ट से बरी किए जाने के फैसले पर सीमांत जनपद में लोगों में आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है. जनता में इस फैसले के प्रति गहरा गुस्सा और निराशा है.
नन्हीं कली प्रकरण पर रविवार शाम भाजपा का एक शिष्टमंडल पीड़िता के परिजनों से मिला. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दूरभाष पर पीड़िता के पिताजी से बात की और उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य सरकार पूरी तरह उनके साथ खड़ी है और न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी.
सीएम ने दिया न्याय का आश्वासन:
मुख्यमंत्री ने परिजनों को बताया कि इस प्रकरण पर न्याय विभाग और वरिष्ठ वकीलों से विधिक राय लेते हुए मुख्यमंत्री आवास पर विस्तृत चर्चा की जाएगी. उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार उच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दायर करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी. यह कदम पीड़ित परिवार और जनता की न्याय की मांग को देखते हुए उठाया जा रहा है.
परिजनों से मिलने वाले प्रमुख लोग:
परिजनों से मिलने वालों में भाजपा जिलाध्यक्ष गिरीश जोशी, दर्जा राज्य मंत्री गणेश भंडारी, जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद, मेयर कल्पना देवलाल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा, मनोज सामन्त, राकेश देवलाल, कोमल मेहता, इंद्र सिंह लुंठी, उमेश महर, वीरेंद्र शाह, कृपाल वल्दिया और बबिता पुनेठा शामिल रहे. इन सभी नेताओं ने पीड़ित परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया. इस मामले में जनता की भावनाएं चरम पर हैं और सभी की निगाहें राज्य सरकार द्वारा की जाने वाली अगली कानूनी कार्रवाई पर टिकी हैं.
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