हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार और आसपास के क्षेत्रों में रविवार पूर्वाह्न हुई झमाझम वर्षा से निचले इलाकों में पानी भर गया, जिससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। गंगा नदी भी चेतावनी स्तर के आसपास बहती रही।
भूपतवाला क्षेत्र के साथ-साथ द्वारिका विहार आदि इलाकों में सीवर लाइन डालने के लिए की गई खुदाई के कारण कीचड़ और फिसलन बढ़ गई, जिससे कई लोग अपने घरों में ही कैद होकर रह गए। वर्षा के पानी के साथ मनसा देवी पहाड़ी से मलबा आने के कारण मोती बाजार, बड़ा बाजार, पुरानी सब्जी मंडी, बिल्केश्वर रोड आदि पर भी मलबा जमा हो गया, जिससे स्थानीय लोगों और कारोबारियों को खासी दिक्कतें झेलनी पड़ीं।
भगत सिंह चौक रेलवे पुलिया के नीचे से पानी निकालने के लिए नगर निगम को सीवर सक्शन मशीन का इस्तेमाल करना पड़ा। महापौर किरन जैसल और उप नगर आयुक्त दीपक गोस्वामी सहित अन्य अधिकारियों ने जलभराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
सुबह करीब सात बजे शुरू हुई मूसलाधार वर्षा पूर्वाह्न साढ़े ग्यारह बजे तक जारी रही। मध्य हरिद्वार के श्री चंद्राचार्य चौक, भगत सिंह चौक रेलवे पुलिया और ज्वालापुर अंडरपास जैसे इलाकों में जलभराव से आवागमन बाधित हुआ। हालांकि, रविवार को अवकाश होने के कारण स्कूली बच्चों और कामकाजी लोगों को अधिक असुविधा नहीं हुई। भेल, सिडकुल, सुभाष नगर आदि क्षेत्रों में आने-जाने वाले लोगों को टिबड़ी अंडरपास से होकर आवागमन के लिए विवश होना पड़ा।
महापौर किरन जैसल ने श्रीचंद्राचार्य चौक, भगत सिंह चौक रेलवे पुलिया, विष्णु घाट और सब्जी मंडी जैसे जलभराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण किया और जलनिकासी कार्य का जायजा लिया। ज्वालापुर और कनखल क्षेत्र की कई कॉलोनियों में भी जलभराव की समस्या देखने को मिली। वर्षा रुकने के बाद दुकानदार अपनी दुकानों के बाहर जमा मलबा हटाते नजर आए।
बारिश के कारण गुरुकुल फीडर से पोषित जमालपुर कलां और इसके अंतर्गत आने वाली कॉलोनियों में बिजली गुल रही, जिससे लोगों को परेशानी हुई। हालांकि, मौसम ठंडा होने से गर्मी और उमस से राहत मिली, लेकिन जलापूर्ति बाधित होने से थोड़ी असुविधा जरूर हुई।
उधर, दूधियाबंद क्षेत्र में पिछले आठ दिनों से जलभराव की समस्या बनी हुई है, जिससे लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। जिला महानगर कांग्रेस कमेटी ने स्थानीय जनता से मुलाकात की और महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अमन गर्ग ने इसे ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ की नाकामी बताया, यह कहते हुए कि स्थानीय विधायक के 23 वर्ष के कार्यकाल में भी जनता जलभराव की समस्या से जूझ रही है।
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