शिमला।
हिमाचल प्रदेश में मानसून के विनाशकारी रूप को देखते हुए, जिसमें अब तक 191 लोगों की जान जा चुकी है, सुक्खू सरकार ने स्कूलों में छुट्टियों को लेकर एक बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला लिया है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने घोषणा की है कि जिला प्रशासनों को स्थानीय स्तर पर स्थिति की गंभीरता के अनुसार मानसून की छुट्टियां घोषित करने का अधिकार दिया गया है।
जिला प्रशासन लेंगे स्थानीय स्तर पर फैसला
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि राज्य के कई जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश, बादल फटने और बाढ़ की घटनाओं के कारण छात्रों का स्कूल पहुंचना मुश्किल और असुरक्षित हो गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा, “पिछले साल हमने तय किया था कि हमारा जिला प्रशासन अपने स्तर पर पूरी तरह से फैसले ले सकता है। बच्चों का स्कूल पहुंचना मुश्किल है, इसलिए स्थानीय स्तर पर वे अपनी छुट्टियां ले सकते हैं।”
उन्होंने बताया कि इस अधिकार का उपयोग करते हुए खासतौर पर मंडी और शिमला के कई उप-मंडलों ने पहले ही छुट्टियां घोषित कर दी हैं।
आपदा का बड़ा पैमाना
यह निर्णय राज्य में आपदा के बढ़ते पैमाने के बीच आया है। भारी बारिश के कारण हुई विभिन्न दुर्घटनाओं में अब तक 191 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा, राज्य भर में 300 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे शिक्षा व्यवस्था पर भी असर पड़ा है।
12 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक नया अलर्ट जारी कर स्थिति की गंभीरता को और बढ़ा दिया है। IMD ने चेतावनी दी है कि हिमाचल प्रदेश में 12 अगस्त तक मानसूनी बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।
शिमला स्थित IMD केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि सक्रिय दक्षिण-पश्चिम मानसून और पश्चिमी विक्षोभ के संयुक्त प्रभाव के कारण राज्य के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है। उन्होंने पुष्टि की कि राज्य में पिछले 24 घंटों में व्यापक बारिश हुई है, जिससे रोजमर्रा का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और पहाड़ी इलाकों में बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है।