Uttarakhand: सीएम धामी का ‘जल सखी योजना’ का ऐलान, बोले- भाई बनकर करूंगा बहनों की सेवा

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षाबंधन के अवसर पर प्रदेश की महिलाओं को एक नई सौगात देते हुए ‘जल सखी योजना’ शुरू करने की घोषणा की है। देहरादून में आयोजित एक रक्षाबंधन समारोह में उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री के बजाय प्रदेश की महिलाओं का ‘भाई’ बताते हुए कहा कि वे उनकी सेवा के लिए हमेशा तत्पर हैं और किसी भी परेशानी में बहनें सीधे उनसे संपर्क कर सकती हैं।

रविवार को गढ़ीकैंट स्थित हरबंस कपूर मेमोरियल कम्युनिटी हॉल में आयोजित इस भव्य समारोह में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी उपस्थित थे।

क्या है ‘जल सखी योजना’?

मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्रामीण महिलाओं की आजीविका बढ़ाने और उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से जल्द ही ‘जल सखी योजना’ शुरू की जाएगी। इस योजना के तहत, ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति से जुड़े महत्वपूर्ण काम महिला स्वयं सहायता समूहों को सौंपे जाएंगे। इसमें नए कनेक्शन देना, बिल वितरण, बिल वसूली और पेयजल योजनाओं के रखरखाव जैसे कार्य शामिल होंगे, जो आउटसोर्स के आधार पर महिला समूहों को दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, “ये सब केवल योजनाएं नहीं हैं, बल्कि ये बहनों के प्रति मेरी जिम्मेदारी और प्रेम है।”

भाई बनकर सेवा का वादा

मुख्यमंत्री ने भावुक अपील करते हुए कहा कि वे एक मुख्यमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक भाई के रूप में माताओं-बहनों की सेवा में उपस्थित हैं। उन्होंने कहा, “प्रदेश की किसी भी बहन-बेटी को कोई परेशानी हो तो वे सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय में संपर्क कर सकती हैं। मेरा प्रयास रहेगा कि मैं स्वयं उनकी परेशानी का संज्ञान लेकर उसका निस्तारण कर एक भाई होने का कर्तव्य निभा सकूं।”

महिला सशक्तिकरण पर सरकार का जोर

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार मातृशक्ति के उत्थान के लिए संकल्पित है। उन्होंने अपनी सरकार की कई योजनाओं का जिक्र किया:

  • लखपति दीदी योजना: इसके तहत 1.63 लाख से अधिक बहनें लखपति बन चुकी हैं।

  • मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना: इससे 30 हजार से अधिक महिलाएं लाभान्वित होकर 5 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार कर चुकी हैं।

  • हाउस ऑफ हिमालयाज: इस ब्रांड के जरिए उत्तराखंड की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद वैश्विक पहचान बना रहे हैं।

  • सरकारी नौकरियों में आरक्षण: प्रदेश की महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण दिया गया है।

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’, ‘उज्ज्वला योजना’, ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ और तीन तलाक जैसी कुप्रथा को समाप्त करने जैसे कदमों की भी सराहना की।

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देशभर में महिला सशक्तिकरण के लिए अभूतपूर्व कार्य हो रहा है और सभी योजनाएं महिलाओं को केंद्र में रखकर बनाई जा रही हैं। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, भाजपा युवा मोर्चा की उपाध्यक्ष नेहा जोशी सहित प्रदेशभर से भारी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री ने हाल के पंचायत चुनावों में मिले व्यापक समर्थन के लिए प्रदेशवासियों का आभार भी व्यक्त किया।

 

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