गोपेश्वर (चमोली)। उत्तराखंड के चमोली जिले में टीएचडीसी की निर्माणाधीन विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना की साइट पर शुक्रवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। हेलंग स्थित डाइवर्जन टनल के ठीक ऊपर पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा दरक गया, जिससे भारी भूस्खलन हुआ और पत्थरों की बरसात होने लगी। इस घटना में 12 मजदूर घायल हो गए, जिनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे के वक्त साइट पर 100 से अधिक लोग काम कर रहे थे।
100 से अधिक लोगों ने भागकर बचाई जान
घटना सुबह लगभग 10 बजकर 45 बजे की है। चमोली से ज्योतिर्मठ के बीच अलकनंदा नदी पर टीएचडीसी की 444 मेगावाट की इस जल विद्युत परियोजना का निर्माण कार्य चल रहा है। हेलंग में परियोजना की डाइवर्जन साइट और इनटेक टनल पर 100 से अधिक मजदूर और अधिकारी मौजूद थे। तभी अचानक टनल के ठीक ऊपर की पहाड़ी से भूस्खलन शुरू हो गया और बड़े-बड़े पत्थर गिरने लगे।
भूस्खलन का आभास होते ही वहां मौजूद अन्य कर्मचारियों ने काम कर रहे लोगों को तुरंत सतर्क किया। चेतावनी मिलते ही सभी लोग सुरक्षित स्थान की ओर भागे, जिससे एक बड़ी जनहानि टल गई। हालांकि, पत्थरों की चपेट में आने से 12 लोग घायल हो गए।
राहत और बचाव कार्य जारी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन, एंबुलेंस और रेस्क्यू टीमें तत्काल मौके पर पहुंचीं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने कहा कि घटना की सूचना के बाद मौके पर रेस्क्यू टीम भेज दी गई है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है। पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने बताया कि सभी घायलों को चिकित्सालय पहुंचाया गया है। इनमें से आठ लोगों को हल्की चोटें आई हैं, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
यह परियोजना एससीसी कंपनी द्वारा बनाई जा रही है। निर्माण कार्य के तहत इन दिनों अलकनंदा नदी को लगभग 300 मीटर की डाइवर्जन टनल के अंदर से बहाया जा रहा है, ताकि डैम का निर्माण किया जा सके। इसी निर्माण स्थल पर यह हादसा हुआ है।