इस्लामाबाद/कराची।
पाकिस्तान के दक्षिण-पूर्वी सिंध प्रांत में सोमवार को एक बार फिर जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाया गया, जब एक शक्तिशाली धमाके के कारण क्वेटा जा रही ट्रेन के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए। इस भयानक हादसे में कम से कम एक व्यक्ति के घायल होने की खबर है। इस घटना ने पाकिस्तान में रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि यह ट्रेन पहले भी कई बार आतंकी हमलों का शिकार हो चुकी है।
सुक्कुर रेलवे डिवीजनल सुपरिंटेंडेंट जमशैद आलम ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि जाफर एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग पर पेशावर से क्वेटा की ओर जा रही थी। जब ट्रेन शिकारपुर के पास से गुजरी, तो ट्रैक पर हुए एक जोरदार धमाके ने ट्रेन को हिला दिया, जिससे तीन डिब्बे पटरी से उतर गए। धमाके के बाद चारों ओर अफरातफरी मच गई और ट्रेन की आवाजाही को तत्काल रोक दिया गया, जिससे यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। सूचना मिलते ही सुक्कुर से बचाव और राहत दलों को तुरंत मौके पर भेजा गया।
यह कोई पहली बार नहीं है जब जाफर एक्सप्रेस को निशाना बनाया गया हो। इस ट्रेन पर हमलों का एक लंबा और खौफनाक इतिहास रहा है।
-
जून 2024: इसी साल जून में, जैकोबाबाद के पास एक रिमोट-नियंत्रित बम धमाके के जरिए ट्रेन को निशाना बनाया गया था, जिसमें चार डिब्बे पटरी से उतर गए थे। उस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ था, लेकिन प्रतिबंधित संगठन ‘बलोच रिपब्लिकन गार्ड्स’ ने उसकी जिम्मेदारी ली थी।
-
मार्च 2024: 11 मार्च को भी जाफर एक्सप्रेस के साथ एक और भयावह घटना हुई थी, जब आतंकियों ने चलती ट्रेन पर गोलीबारी की और 400 से अधिक यात्रियों को बंधक बना लिया था।
इन बार-बार हो रहे हमलों ने यात्रियों के मन में डर और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि क्षतिग्रस्त ट्रैक को ठीक करने में कम से कम पांच घंटे का समय लग सकता है, और इस दौरान ट्रेनों का आवागमन पूरी तरह से ठप रहेगा।
सिंध प्रशासन और पाकिस्तान रेलवे ने संयुक्त रूप से इस ताजा घटना की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस धमाके के पीछे किसका हाथ है और इसका मकसद क्या था। स्थानीय पुलिस और रेलवे अधिकारी मिलकर मामले की छानबीन कर रहे हैं। इस बीच, हादसे के बाद स्थानीय लोगों और यात्रियों में भारी गुस्सा है। उनका कहना है कि सरकार और रेलवे प्रशासन उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में बार-बार नाकाम हो रहे हैं।
Pls read:Pakistan: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की मार के बाद शहबाज शरीफ ने की भारत से बातचीत की पेशकश