नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत की आर्थिक और रणनीतिक पहुंच को विस्तार देने के उद्देश्य से दो महत्वपूर्ण देशों के दौरे पर हैं। बुधवार देर रात वह अपनी यात्रा के पहले पड़ाव, ब्रिटेन की राजधानी लंदन पहुंच गए, जहां उनका दो दिवसीय व्यस्त कार्यक्रम है। इसके बाद वह सीधे मालदीव के दो दिवसीय दौरे के लिए रवाना होंगे। इन यात्राओं का मुख्य फोकस ब्रिटेन के साथ बहुप्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को अंतिम रूप देना और मालदीव के साथ राजनयिक संबंधों को फिर से मजबूत करना है।
लंदन में प्रवासी भारतीयों ने किया भव्य स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी के लंदन स्थित होटल पहुंचने पर प्रवासी भारतीयों ने उनका जोरदार और गर्मजोशी से स्वागत किया। पारंपरिक भारतीय परिधानों में सजे लोग ढोल-नगाड़ों की थाप पर नृत्य कर रहे थे। पूरा माहौल ‘मोदी, मोदी’, ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारों से गूंज उठा। प्रधानमंत्री से मिलने के बाद उत्साह से भरे एक प्रवासी भारतीय ने कहा, “हमें बहुत गर्व है, और मेरी आँखों में अभी भी खुशी के आंसू हैं। जब उन्होंने हमसे हाथ मिलाया, तो उस आनंद को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।”
ब्रिटेन के साथ FTA और रणनीतिक वार्ता पर नजर
इस यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण पहलू भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर होना है। यह समझौता भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है। बताया जा रहा है कि इसके तहत भारत के लगभग 99 प्रतिशत निर्यात पर टैरिफ कम हो जाएगा, जिससे कपड़ा, चमड़ा, और इंजीनियरिंग जैसे प्रमुख क्षेत्रों को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। इसके बदले में, ब्रिटेन की व्हिस्की, ऑटोमोबाइल और चिकित्सा उपकरणों जैसी वस्तुओं को भारत का विशाल बाजार मिलेगा।
अपने दौरे के दौरान, पीएम मोदी गुरुवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर और किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री स्टार्मर के साथ उनकी द्विपक्षीय बैठक दो चरणों में होगी, जिसमें व्यापार, रक्षा, प्रौद्योगिकी, जलवायु, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में व्यापक रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। गौरतलब है कि भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय व्यापार 2023-24 में 55 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर गया है, और ब्रिटेन भारत में छठा सबसे बड़ा निवेशक है।
मालदीव यात्रा: रिश्तों में नई गर्माहट लाने की कोशिश
ब्रिटेन का अपना दौरा संपन्न कर, प्रधानमंत्री मोदी 24 जुलाई की शाम को मालदीव के लिए रवाना होंगे। यह यात्रा मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के निमंत्रण पर हो रही है और इसका महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि दोनों देश राजनयिक संबंधों की स्थापना के 60 वर्ष पूरे कर रहे हैं। पीएम मोदी 26 जुलाई को मालदीव के स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे।
यह यात्रा दोनों देशों के बीच हाल के तनावपूर्ण संबंधों में सुधार लाने की एक महत्वपूर्ण कड़ी मानी जा रही है। अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी राष्ट्रपति मुइज्जू के साथ अक्टूबर 2024 में जारी किए गए समुद्री सुरक्षा पर साझा दृष्टिपत्र की प्रगति की समीक्षा करेंगे। यह दौरा हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की रणनीतिक स्थिति को मजबूत करने और पड़ोसी प्रथम नीति को बल देने की दिशा में एक अहम कदम है।