जालंधर। दुनिया के सबसे उम्रदराज मैराथन धावक, 114 वर्षीय सरदार फौजा सिंह की सड़क हादसे में मौत के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने उन्हें टक्कर मारने वाले एनआरआई (NRI) अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। अमृतपाल एक सप्ताह पहले ही कनाडा से भारत लौटा था और उसने पूछताछ में कबूल किया है कि हादसे के बाद वह डर गया था, इसलिए गाड़ी रोकने की बजाय मौके से भाग गया।
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
सोमवार को हुए इस दुखद हादसे के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश के लिए एक सघन जांच अभियान चलाया था। एसपी सर्बजीत सिंह राय के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने भोगपुर से लेकर दुर्घटना स्थल तक के पूरे मार्ग पर सफेद गाड़ियों, खासकर फॉर्च्यूनर की जांच शुरू की थी। सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस आरोपी अमृतपाल सिंह तक पहुंचने में कामयाब हुई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने और गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है और उसकी गाड़ी को भी बरामद कर लिया है।
आरोपी ने कबूला गुनाह
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में, अमृतपाल सिंह ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसने बताया कि उसे पता ही नहीं चला कि कब उसकी गाड़ी की चपेट में बुजुर्ग फौजा सिंह आ गए। उसने माना कि हादसे के बाद वह बुरी तरह डर गया था और इसी घबराहट में उसने गाड़ी रोकने की बजाय मौके से भाग जाना ही बेहतर समझा।
एक सप्ताह पहले ही कनाडा से लौटा था अमृतपाल
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी अमृतपाल सिंह एक सप्ताह पहले ही कनाडा से भारत लौटा था। उसके पिता का निधन हो चुका है और उसकी मां कनाडा में रहती हैं। उसकी तीन बहनें भी हैं। पुलिस अब मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस दुखद घटना में न्याय हो।
फौजा सिंह का निधन न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे खेल जगत और उन लाखों लोगों के लिए एक अपूरणीय क्षति है, जिनके लिए वह एक प्रेरणास्रोत थे। उनकी दुखद मृत्यु के आरोपी की गिरफ्तारी ने मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला दिया है और अब न्याय की उम्मीद जगी है।