नई दिल्ली। यूक्रेन युद्ध पर अपने पिछले रुख से एक बड़ा यू-टर्न लेते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को एक अहम ऐलान किया। उन्होंने घोषणा की कि अमेरिका यूक्रेन को उसकी बेहद जरूरी पैट्रियट हवाई रक्षा प्रणाली भेजेगा। इसके साथ ही उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए रूस पर नए और कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाने के भी संकेत दिए। यह कदम तीन साल से अधिक समय से चल रहे युद्ध में अमेरिका के रुख में एक बड़े बदलाव का प्रतीक है।
यूक्रेन को हथियार, नाटो भरेगा दाम
ट्रंप ने न्यू जर्सी में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “हम यूक्रेन को पैट्रियट सिस्टम भेजेंगे, जिनकी उन्हें सख्त जरूरत है।” हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि कितनी संख्या में हथियार भेजे जाएंगे, लेकिन यह आश्वासन दिया कि यूक्रेन को अपनी सुरक्षा के लिए मदद जरूर मिलेगी।
इस घोषणा ने व्हाइट हाउस के उस पिछले फैसले को पलट दिया है, जिसमें यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति रोकने की बात कही गई थी। ट्रंप ने इस नई योजना को एक ‘व्यापारिक सौदे’ के रूप में प्रस्तुत करते हुए कहा कि नाटो (NATO) इन हथियारों के लिए अमेरिका को 100 फीसदी भुगतान करेगा। उन्होंने कहा, “हम यूक्रेन को कई तरह के आधुनिक हथियार भेजेंगे और इसके लिए हमें 100 फीसदी पैसा मिलेगा।” इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि वे पैट्रियट सिस्टम और मिसाइलों के लिए “बहु-स्तरीय समझौते” के करीब हैं।
पुतिन से नाराज ट्रंप, प्रतिबंधों से कसेंगे नकेल
राष्ट्रपति ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए उन पर तीखा तंज कसा। उन्होंने कहा, “पुतिन ने बहुतों को हैरान किया है। वह मीठी बातें करते हैं और फिर रात को सब पर बमबारी करते हैं।” यह बयान ट्रंप की उस निराशा को दर्शाता है, जिसमें उन्होंने जनवरी में राष्ट्रपति बनने के बाद पुतिन के साथ मिलकर युद्ध समाप्त करने का दावा किया था, लेकिन रूस ने अमेरिकी युद्धविराम प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।
अब ट्रंप प्रशासन रूस पर नकेल कसने के लिए कड़े प्रतिबंधों की तैयारी कर रहा है। ट्रंप सोमवार को नाटो के महासचिव मार्क रट्टे से मुलाकात करने वाले हैं, जिसमें इस पर आगे चर्चा हो सकती है। इस कदम को अमेरिकी सीनेट में भी समर्थन मिलता दिख रहा है।
“युद्ध खत्म करने वाला हथौड़ा”
वरिष्ठ सीनेटर लिंडसे ग्राहम और रिचर्ड ब्लूमेंथल एक नए विधेयक पर काम कर रहे हैं, जो राष्ट्रपति ट्रंप को रूस के खिलाफ अभूतपूर्व प्रतिबंध लगाने का अधिकार देगा। सीनेटर ग्राहम के अनुसार, यह बिल न केवल रूस की अर्थव्यवस्था को निशाना बनाएगा, बल्कि उन देशों पर भी दबाव डालेगा जो रूस की मदद कर रहे हैं, जैसे चीन, भारत या ब्राजील। उन्होंने इसे “युद्ध खत्म करने का हथौड़ा” करार दिया।
इसके अलावा, सीनेटरों ने यूरोप और अमेरिका में जब्त की गई रूसी संपत्ति को यूक्रेन के पुनर्निर्माण के लिए इस्तेमाल करने की भी वकालत की है। सीनेटर ब्लूमेंथल ने कहा कि अमेरिका में जमा रूस की लगभग 5 बिलियन डॉलर की संपत्ति को अब यूक्रेन की मदद के लिए खोल देना चाहिए। यह पूरा घटनाक्रम रूस-यूक्रेन युद्ध में एक नए और आक्रामक मोड़ का संकेत देता है, जहाँ अमेरिका न केवल सैन्य सहायता बढ़ा रहा है, बल्कि रूस को आर्थिक रूप से अलग-थलग करने के लिए एक बड़ी रणनीति तैयार कर रहा है।
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