Punjab: पंजाब में ‘युद्ध नशे विरुद्ध’ अभियान जारी: 120 दिन में 20 हजार तस्कर गिरफ्तार, एक ही दिन में 4 किलो हेरोइन जब्त

चंडीगढ़। पंजाब में नशों के खिलाफ चल रहे महा-अभियान ‘युद्ध नशे विरुद्ध’ के 120वें दिन पंजाब पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने एक ही दिन में 114 नशा तस्करों को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से 4.1 किलोग्राम हेरोइन और 9.6 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की है। इसके साथ ही, इस अभियान के तहत मात्र 120 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल तस्करों की संख्या 19,735 तक पहुंच गई है, जो इस लड़ाई की गंभीरता को दर्शाता है।

स्पेशल डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि यह ऑपरेशन पूरे राज्य में एक साथ चलाया गया। इस पूरे अभियान को 85 गजटेड अधिकारियों की निगरानी में अंजाम दिया गया, जिसमें 180 से अधिक पुलिस टीमों के 1100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया। इन टीमों ने राज्य भर में 367 संवेदनशील स्थानों पर एक साथ छापेमारी की और 77 एफआईआर दर्ज कीं। अभियान के दौरान 399 संदिग्ध व्यक्तियों से भी गहन पूछताछ की गई।

प्रवर्तन के साथ रोकथाम और नशा मुक्ति पर भी जोर

स्पेशल डीजीपी शुक्ला ने जोर देकर कहा कि पंजाब सरकार नशों के खात्मे के लिए एक ‘तीन-स्तरीय रणनीति’ पर काम कर रही है। यह रणनीति प्रवर्तन (Enforcement), नशा मुक्ति (De-addiction) और रोकथाम (Prevention) के स्तंभों पर आधारित है। सिर्फ तस्करों को पकड़ना ही काफी नहीं है, बल्कि नशे की लत में फंसे लोगों को मुख्यधारा में वापस लाना भी एक बड़ी प्राथमिकता है। इसी मानवीय दृष्टिकोण का नतीजा है कि पुलिस टीमों ने इस अभियान के दौरान 54 नशा-पीड़ित व्यक्तियों को इलाज और पुनर्वास के लिए भी प्रेरित किया है।

मेडिकल स्टोरों पर भी कसा शिकंजा

नशे के सप्लाई नेटवर्क पर चोट करते हुए पुलिस ने एक विशेष अभियान के तहत राज्य के छह जिलों में 332 दवा की दुकानों (मेडिकल स्टोरों) पर भी औचक निरीक्षण किया। यह जांच जालंधर कमिश्नरेट, होशियारपुर, एसबीएस नगर, जालंधर ग्रामीण, कपूरथला और रूपनगर में की गई, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन दुकानों से अवैध रूप से नशीली गोलियों या अन्य प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री तो नहीं हो रही है।

यह चौतरफा कार्रवाई पंजाब पुलिस की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो उसने मुख्यमंत्री भगवंत मान के ‘नशा मुक्त पंजाब’ के सपने को साकार करने के लिए दिखाई है। गिरफ्तारियों के साथ-साथ नशा मुक्ति और रोकथाम पर दिया जा रहा ध्यान इस अभियान को और भी प्रभावी बनाता है।

 

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