बरेली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को बरेली स्थित प्रतिष्ठित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) के 11वें दीक्षांत समारोह में शिरकत की और मेधावी छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदकों से सम्मानित किया। इस गरिमामय समारोह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे, जिससे कार्यक्रम का महत्व और भी बढ़ गया।
मेधावियों का बढ़ाया मान
बारिश के बीच राष्ट्रपति सुबह करीब 9:50 बजे भारतीय वायु सेना के विमान से त्रिशूल एयरबेस पहुंचीं, जहां से उनका काफिला सीधे आईवीआरआई परिसर स्थित स्वामी विवेकानंद सभागार पहुंचा। दीक्षांत समारोह के मुख्य आकर्षण में राष्ट्रपति ने स्नातक, मास्टर और डॉक्टरेट डिग्री के कुल आठ मेधावी विद्यार्थियों को अपने हाथों से स्वर्ण पदक और प्रमाण पत्र प्रदान कर उनका मान बढ़ाया।
सम्मानित होने वालों में स्नातक की डॉ. तान्या चौधरी और डॉ. अतुल प्रताप सिंह, मास्टर डिग्री के डॉ. नवजोत सिंह ठाकुर व डॉ. खुशबू चौधरी और डॉक्टरेट की डिग्री पाने वाले डॉ. राज कुमार पटेल व डॉ. मेघा शर्मा प्रमुख रहे। कुल मिलाकर, समारोह में 576 विद्यार्थियों को उनकी डिग्रियां प्रदान की गईं। इस अवसर पर सभी छात्र सफेद कुर्ता-पायजामा और छात्राएं लाल बॉर्डर वाली सफेद साड़ी के पारंपरिक परिधान में नजर आए, जो भारतीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत कर रहा था।

सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम
राष्ट्रपति और अन्य VVIP मेहमानों के आगमन को लेकर बरेली में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए थे। त्रिशूल एयरबेस से लेकर आईवीआरआई परिसर तक के पूरे रूट पर बैरिकेडिंग की गई और चौराहों को फूलों से सजाया गया। सुरक्षा व्यवस्था में लगभग 1200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था, जिनकी ब्रीफिंग खुद एडीजी सुरक्षा रघुबीर लाल और एडीजी बरेली जोन रमित शर्मा जैसे वरिष्ठ अधिकारियों ने की।
शहर में सुबह 4 बजे से शाम 4 बजे तक ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहा ताकि VVIP मूवमेंट में कोई बाधा न आए। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने चार ‘सेफ हाउस’ भी तैयार रखे थे, जिनमें दो निजी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और आईवीआरआई परिसर शामिल थे। राष्ट्रपति के काफिले में दो एडवांस लाइफ सपोर्ट (ALS) एंबुलेंस भी मौजूद रहीं, जो किसी भी स्थिति से निपटने के लिए थीं। यह भव्य आयोजन कड़ी सुरक्षा और सफल प्रबंधन के बीच संपन्न हुआ।