नई दिल्ली। कैलिफोर्निया में आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन एजेंसी (ICE) की कार्रवाई के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के मद्देनजर, ट्रंप प्रशासन ने लॉस एंजिल्स में नेशनल गार्ड तैनात कर दी है। इस फैसले की व्यापक आलोचना हो रही है, लेकिन ट्रंप ने इसे “बहुत बढ़िया फैसला” बताते हुए दावा किया है कि अगर ऐसा नहीं किया जाता तो लॉस एंजिल्स “पूरी तरह से नष्ट” हो जाता। उन्होंने कैलिफोर्निया के गवर्नर की गिरफ्तारी का समर्थन करने का भी संकेत दिया है।
इस बीच, ट्रंप प्रशासन ने घोषणा की है कि अमेरिकी सेना लगभग 700 मरीन को अस्थायी रूप से लॉस एंजिल्स में तैनात करेगी, जब तक कि नेशनल गार्ड के और सैनिक वहाँ नहीं पहुँच जाते। एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एक बटालियन को अस्थायी ड्यूटी पर भेजा जाएगा।

पिछले चार दिनों से प्रदर्शनकारी अवैध प्रवासियों को निर्वासित करने की नीतियों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी भी प्रदर्शनकारियों का समर्थन कर रही है।
कैलिफोर्निया के अधिकारी ट्रंप के फैसले को अदालत में चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं। राज्य के गवर्नर गैविन न्यूसम ने सोशल मीडिया पर ट्रंप के फैसले को “आग भड़काने” वाला और “अवैध” बताते हुए कहा कि वे इस मामले में मुकदमा दायर करेंगे। उनका कहना है कि ट्रंप जानबूझकर ऐसी स्थिति पैदा कर रहे हैं।
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