हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धनगर समाज द्वारा आयोजित लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी जयंती कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि ग्राम सभा सलेमपुर का नाम, प्रस्ताव और अनापत्ति मिलने पर, लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने पाल-धनगर समाज के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि यह समाज प्राचीन काल से पशुधन आधारित अर्थव्यवस्था का आधार रहा है और देश की प्रगति तथा सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में अहम भूमिका निभा रहा है।
लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर: नारी सशक्तिकरण की आदर्श
मुख्यमंत्री ने अहिल्याबाई होल्कर को नारी शक्ति का उदाहरण बताते हुए कहा कि उनका जीवन सनातन मूल्यों और भारतीय संस्कृति के लिए समर्पित रहा। उन्होंने काशी विश्वनाथ, सोमनाथ, द्वारका, रामेश्वरम, अयोध्या, मथुरा, बद्रीनाथ, केदारनाथ और हरिद्वार में मंदिरों और घाटों का पुनर्निर्माण कराया। उन्होंने नारी सशक्तिकरण की अनुपम मिसाल पेश की।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक पुनर्जागरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशी आक्रांताओं और स्वतंत्रता के बाद की सरकारों ने महान विभूतियों के योगदान को उचित सम्मान नहीं दिया। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सांस्कृतिक पुनर्जागरण के दौर में है। राम मंदिर, बद्रीनाथ-केदारनाथ धाम, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और महाकाल लोक जैसे काम इसके उदाहरण हैं।
महिला सशक्तिकरण के लिए अभूतपूर्व कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के लिए कई काम हुए हैं, जैसे महिलाओं को 33% आरक्षण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, उज्ज्वला योजना, लखपति दीदी योजना और ट्रिपल तलाक की समाप्ति।
मुख्यमंत्री ने उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा के बाद एयर स्ट्राइक और पहलगाम हमले के बाद “ऑपरेशन सिंदूर” का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत अब आतंकी हमलों का मुंहतोड़ जवाब देता है।
उत्तराखंड में धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण
मुख्यमंत्री ने केदारखंड और मानसखंड के मंदिरों के सौंदर्यीकरण, यमुनातीर्थ के पुनरुद्धार, और हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर व शारदा कॉरिडोर के निर्माण का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मातृशक्ति के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए कई योजनाएं चला रही है।
सांस्कृतिक मूल्यों और जनसांख्यिकी के संरक्षण का संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल्यों और जनसांख्यिकी को संरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने “लैंड जिहाद,” “लव जिहाद” और “थूक जिहाद” जैसी गतिविधियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई का ज़िक्र किया और बताया कि राज्य में सख्त दंगारोधी और धर्मांतरण विरोधी कानून लागू हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ “ज़ीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाने की बात कही और बताया कि हरिद्वार भूमि घोटाले में दो IAS और एक PCS अधिकारी निलंबित किए गए हैं।
इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति और धनगर समाज के लोग उपस्थित थे।
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