देहरादून। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को देहरादून के डोईवाला ब्लॉक के पाववाला सौड़ा गांव में आयोजित किसान चौपाल में किसानों से संवाद किया। ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत आयोजित इस चौपाल में उन्होंने किसानों की समस्याएं सुनीं और समाधान के सुझाव दिए। इस दौरान उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण भी किया.
चौपाल में उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी और कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। किसानों ने बीज, सिंचाई, विपणन, फसल बीमा और कृषि उत्पादों के उचित मूल्य जैसी समस्याएं उठाईं। लीची, बासमती चावल, कटहल और सब्जी उत्पादकों ने भी अपनी समस्याएं बताईं।
चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने और ‘विकसित भारत’ के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि वे खुद एक किसान परिवार से हैं और किसानों का दर्द समझते हैं। उन्होंने अधिकारियों को किसानों की समस्याओं का समयबद्ध समाधान करने के निर्देश दिए।

उत्तराखंड को बागवानी का हब बनाने की घोषणा:
चौहान ने घोषणा की कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर उत्तराखंड को बागवानी का राष्ट्रीय केंद्र बनाएंगे. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के फल, अनाज और सब्जियों की गुणवत्ता बेहतरीन है और उनमें वैश्विक बाजार में पहचान बनाने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती, तकनीकी नवाचार और जल संरक्षण पर ध्यान देकर खेती को और अधिक लाभदायक बनाया जाएगा। केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ मिलकर किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने के लिए काम करेगी।
केंद्रीय मंत्री के आगामी कार्यक्रम:
किसान चौपाल के बाद चौहान मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने गढ़ी कैंट स्थित हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत एक और किसान संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया
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