Karnataka: चिन्नास्वामी स्टेडियम भगदड़: हाईकोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, आज सुनवाई

बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई दर्दनाक भगदड़, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई, की गूँज अब कर्नाटक हाईकोर्ट तक पहुँच गई है। हाईकोर्ट ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए आज दोपहर 2:30 बजे सुनवाई करने का निर्णय लिया है। यह भगदड़ 4 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की आईपीएल जीत के बाद आयोजित एक समारोह के दौरान हुई थी।

इस दुखद घटना के बाद आम आदमी पार्टी-कर्नाटक के युवा प्रदेश अध्यक्ष लोहित हनुमानपुरा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) और एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के सीईओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की माँग की है। सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने भी कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और KSCA पदाधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 106 के तहत मामला दर्ज करने की माँग की है।

इस घटना के बाद कर्नाटक सरकार ने बड़े आयोजनों, बैठकों और समारोहों के लिए एक नई मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार करने का फैसला किया है। गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि इस SOP का उद्देश्य भविष्य में ऐसी किसी भी अप्रिय घटना को रोकना है। यह कदम इस भगदड़ के बाद उठाया गया है जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 47 लोग घायल हो गए।

यह घटना 3 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हुए इंडियन प्रीमियर लीग के फाइनल मैच के बाद हुई। इस मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 17वें सीजन का खिताब जीता था। इस जीत का जश्न मनाने के लिए 4 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक समारोह का आयोजन किया गया था। अपने पसंदीदा क्रिकेटरों को देखने के लिए लाखों की संख्या में प्रशंसक स्टेडियम के बाहर जमा हुए थे।

इसी दौरान अचानक भगदड़ मच गई, जिसके कारण यह दुखद हादसा हुआ। भीड़ के दबाव में कई लोग कुचल गए और 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 47 लोग घायल हो गए। इस घटना ने एक बार फिर बड़े आयोजनों में भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार द्वारा बनाई जाने वाली नई SOP से उम्मीद है कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सकेगा और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। हाईकोर्ट के इस मामले में स्वत: संज्ञान लेने से उम्मीद जगी है कि इस घटना की गहन जाँच होगी और दोषियों को सजा मिलेगी।

 

PLs read:Uttarakhand: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में सचिवालय में किये गये तीन महत्वपूर्ण समझौते

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *