पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरिद्वार नगर निगम भूमि घोटाले पर बयान देते हुए कहा कि इस घोटाले के पीछे कई प्रभावशाली लोग शामिल हैं। उन्होंने राज्य सरकार से इस मामले की CBI जांच कराने की मांग की है।

रावत ने कहा कि इस घोटाले में कई और ज़िलाधिकारी सामने आ सकते हैं। उन्होंने विकास प्राधिकरणों को घोटालों का अड्डा बताया। उनका कहना है कि बिना राजनीतिक संरक्षण के इतना बड़ा घोटाला संभव नहीं है। उन्होंने मामले की न्यायिक जांच की भी मांग की है। उन्होंने दोहराया कि उच्च स्तरीय राजनीतिक संरक्षण के बिना ऐसा घोटाला नहीं हो सकता।