Jammu Kashmir: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का जम्मू-कश्मीर दौरा, सेना के जवानों का हौसला बढ़ाया

श्रीनगर: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे। उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद थे। श्रीनगर पहुंचने पर रक्षा मंत्री ने सबसे पहले चिनार कॉर्प्स के मुख्यालय का दौरा किया, जहाँ उन्होंने सेना के अधिकारियों और जवानों से मुलाकात की। सेना के कमांडर ने उन्हें क्षेत्र की वर्तमान सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया। यह दौरा पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद रक्षा मंत्री का पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के आदमपुर एयरबेस पर वायुसेना के जवानों से मुलाकात की थी।

बादामी बाग छावनी में रक्षा मंत्री ने सेना के जवानों को संबोधित करते हुए कहा, “ऐसी विपरीत परिस्थितियों में आपके बीच आकर मुझे गर्व महसूस हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आप सभी ने जो कुछ भी किया, उस पर पूरे देश को गर्व है।” उन्होंने आगे कहा कि वह रक्षा मंत्री होने के साथ-साथ एक भारतीय नागरिक के तौर पर भी जवानों का आभार व्यक्त करने आए हैं। उन्होंने सेना की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई थी, जिसमें पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जाने को तैयार है।

रक्षा मंत्री ने पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों द्वारा दिखाए गए साहस और पाकिस्तान व आतंकवाद के खिलाफ व्यक्त किए गए गुस्से की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि वह उस ऊर्जा को महसूस करने आए हैं जिसने दुश्मनों को नेस्तनाबूद कर दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से भारतीय सेना ने सीमा पार पाकिस्तानी चौकियों और बंकरों को नष्ट किया, उसे दुश्मन कभी नहीं भूल पाएगा।

पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर:

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, भारतीय सेना ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया और कई आतंकी मारे गए। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। पाकिस्तान द्वारा भारतीय शहरों को निशाना बनाने के बाद, भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 14 सैन्य ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. इसके बाद पाकिस्तान ने 10 मई को भारत के सामने सीजफायर का प्रस्ताव रखा, जिसे दोनों देशों ने स्वीकार कर लिया. हालाँकि, कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया, जिसका भारतीय सेना ने मुँहतोड़ जवाब दिया.

 

Pls read:Jammu Kashmir: त्राल में तीन आतंकी ढेर, शोपियां में भी लश्कर के तीन आतंकी मारे गए

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *