इस्लामाबाद: पहलगाम हमले के बाद भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान ने अमेरिका के बाद अब मित्र मुस्लिम देशों से मदद की गुहार लगाई है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने इस्लामाबाद में सऊदी अरब, यूएई और कुवैत के राजदूतों से अलग-अलग मुलाकातें कीं।
‘रेडियो पाकिस्तान’ के अनुसार, शरीफ़ ने इन मुलाकातों में दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए पाकिस्तान की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने बिना किसी सबूत के पहलगाम हमले में पाकिस्तान को जोड़ने के भारत के आरोपों को खारिज कर दिया और घटना की पारदर्शी और निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय जाँच की मांग की।
शरीफ़ ने यूएई के राजदूत का पाकिस्तान को निरंतर समर्थन देने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कुवैत के राजदूत से कहा कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से घटना की विश्वसनीय, पारदर्शी और निष्पक्ष जाँच कराने का आग्रह किया है।
तीनों राजदूतों ने क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करने का आश्वासन दिया।
चीन ने भी किया समर्थन:

पाकिस्तान में चीन के राजदूत जियांग जैदोंग ने भी प्रधानमंत्री शरीफ़ से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि चीन पाकिस्तान की सुरक्षा चिंताओं को समझता है और राष्ट्रीय संप्रभुता एवं सुरक्षा हितों की रक्षा के उसके प्रयासों का समर्थन करता है। चीन ने भी घटना की निष्पक्ष जाँच का समर्थन किया और भारत-पाकिस्तान दोनों से संयम बरतने का आह्वान किया।
शरीफ़ ने दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए चीन के प्रयासों की सराहना की। इससे पहले, पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री इशाक डार ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से फोन पर बात की थी।
नवाज़ शरीफ़ का बयान:
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने पहलगाम हमले के बाद पहली बार बयान जारी कर संसद में सभी पार्टियों द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एक सुर में बात करने की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे राष्ट्रीय एकता और सद्भाव को बढ़ावा मिलेगा।
Pls read:Pakistan: पाकिस्तान ने आतंकवाद में अपनी भूमिका स्वीकारी, भुट्टो ने ख्वाजा आसिफ के बयान पर लगाई मुहर