यमुनोत्री: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यमुनोत्री धाम पहुँचने वाले राज्य के पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं। इससे पहले अविभाजित उत्तर प्रदेश के समय 1987 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह ने यमुनोत्री धाम की यात्रा की थी. स्थानीय लोगों ने सीएम के धाम आगमन पर खुशी जताई है और उम्मीद जताई है कि इससे क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।
विषम भौगोलिक परिस्थितियां: यमुनोत्री धाम की विषम भौगोलिक परिस्थितियों और सुरक्षा कारणों से अब तक कोई भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री कपाट खुलने के समय धाम नहीं पहुंच पाए थे. मुख्यमंत्री धामी ने इस परंपरा को तोड़ते हुए मां यमुना मंदिर के कपाट खुलने के मौके पर धाम पहुंचकर इतिहास रचा है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया: तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने सीएम के धाम आगमन का स्वागत किया है. पूर्व विधायक केदार सिंह रावत ने कहा कि सीएम ने धाम की स्थिति का जायजा लिया है और यमुनोत्री के विकास और सुरक्षा को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया है।

धामी ने की पीएम मोदी के नाम पर पूजा: अक्षय तृतीया के अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा शुरू हो गई। मुख्यमंत्री धामी ने दोनों धामों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर पहली पूजा की। हेलीकॉप्टर से तीर्थयात्रियों पर पुष्प वर्षा भी की गई।
वीर बहादुर सिंह की यात्रा: पूर्व विधायक केदार सिंह रावत ने बताया कि 1987 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह हनुमान चट्टी से 13 किमी पैदल चलकर यमुनोत्री धाम पहुंचे थे. वह एक आंदोलन को समाप्त करवाने के लिए आए थे.
मुख्यमंत्री धामी का यमुनोत्री धाम पहुंचना स्थानीय लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है और उन्हें उम्मीद है कि इससे क्षेत्र का विकास होगा और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी.