नई दिल्ली: 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से लगातार की जा रही कार्रवाई से पाकिस्तान घबराया हुआ नज़र आ रहा है। जहां पहले पाकिस्तान के कई नेता बिना सोचे-समझे बयान दे रहे थे, वहीं अब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शांति का रास्ता अपनाने की बात कही है।
पाकिस्तानी न्यूज चैनल डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के काकुल में पाक मिलिट्री अकादमी में पासिंग-आउट परेड को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा, “पहलगाम में हुई हालिया घटना इस निरंतर दोषारोपण के खेल का एक और उदाहरण है, जिसे पूरी तरह से बंद किया जाना चाहिए।” उन्होंने कहा, “एक जिम्मेदार देश के रूप में अपनी भूमिका को जारी रखते हुए, पाकिस्तान किसी भी निष्पक्ष, पारदर्शी और विश्वसनीय जांच में भाग लेने के लिए तैयार है।”
पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा सिंधु जल संधि को खत्म करने की घोषणा से पाकिस्तान बौखला गया है। इस फैसले पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, “पाकिस्तान के पानी को कम करने या मोड़ने की किसी भी कोशिश का पूरी ताकत से जवाब दिया जाएगा। हम किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और किसी को भी इस बारे में गलती नहीं करनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि यह देश 24 करोड़ लोगों का है और वे अपनी सेना के साथ खड़े हैं। शरीफ ने कहा, “यह संदेश स्पष्ट होना चाहिए कि शांति हमारी प्राथमिकता है, लेकिन हम अपनी अखंडता और सुरक्षा पर कभी समझौता नहीं करेंगे।”
इससे पहले, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि सिंधु नदी में अब या तो पानी बहेगा या खून। सखर में सिंधु नदी के किनारे एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था, “सिंधु नदी हमारी थी, है और हमारी ही रहेगी। या तो इस नदी में पानी बहेगा या फिर उसका खून जो हमारी हिस्सेदारी छीनना चाहता है।”
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