लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि ऐसा इतिहास जो हमें सही दिशा न दिखाए, प्रगति के रास्ते पर न ले जाए और हमारे बीच खाई पैदा करे, उसे इतिहास ही रहने देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें किसी भी तरह की धार्मिक टिप्पणी या नकारात्मक बातें नहीं करनी चाहिए, क्योंकि भाजपा ऐसे मौकों की तलाश में रहती है और उसका मकसद मुख्य मुद्दों से हमारा ध्यान भटकाना है।
नाम बदलने से कुछ नहीं होता:
अखिलेश यादव ने आगरा के मुगल म्यूजियम का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा सिर्फ नाम बदलकर राजनीतिक फायदा लेना चाहती है। उन्होंने कहा कि उन्होंने आगरा में मुगल म्यूजियम बनवाया था, जिसे अब छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि नाम बदलने से कुछ नहीं होगा, जब तक सरकार उस म्यूजियम के लिए बजट ही नहीं देगी।

भारत का कोई इन्फ्लुएंसर दुनिया की सूची में नहीं:
अखिलेश यादव ने कहा कि दुनिया के 100 इन्फ्लुएंसर की सूची में भारत का कोई नाम नहीं है क्योंकि दुनिया जानती है कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने बुलडोज़र कार्रवाई, राजनीतिक लोगों को झूठे मामलों में फंसाने और प्रेस की आज़ादी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा के काम करने के तरीके की वजह से भारत दुनिया में कहीं दिखाई नहीं दे रहा है।
अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले:
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं और जैन समुदाय की ज़मीनों पर भी कब्ज़ा किया जा रहा है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह “भारतीय जनता पार्टी” नहीं, बल्कि “भारतीय ज़मीनी पार्टी” है, जो ज़मीन देखकर कब्ज़ा कर लेती है।