चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में एक मंत्री समूह (GoM) श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में होने वाले आयोजनों की देखरेख करेगी। यह फैसला बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में लिया गया।
गुरु जी के त्याग को याद करेंगे आयोजन:
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी ने पूजा की स्वतंत्रता और मानवीय व धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। उनका बलिदान मानव इतिहास में अद्वितीय है। राज्य सरकार गुरु जी के 350वें शहीदी दिवस को व्यापक स्तर पर मनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
राज्य भर में होंगे कार्यक्रम:
राज्य भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और उन ऐतिहासिक स्थलों का विकास किया जाएगा जहाँ गुरु जी के चरण पड़े थे। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली GoM, जिसमें पर्यटन एवं संस्कृति मामलों, लोक निर्माण विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग और उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री शामिल होंगे, इन आयोजनों की व्यवस्था की देखरेख करेगी।
कार्यकारी समिति करेगी दैनिक निगरानी:
एक कार्यकारी समिति (मुख्य सचिव की अध्यक्षता में) आयोजनों की दैनिक निगरानी करेगी। खेल, उच्च शिक्षा, पर्यटन एवं संस्कृति, सूचना एवं जनसंपर्क सहित विभिन्न विभाग सेमिनार, सम्मेलन, कीर्तन दरबार, प्रकाश और ध्वनि प्रदर्शन आयोजित करेंगे, पुस्तकें प्रकाशित करेंगे और अन्य कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
ऐतिहासिक स्थलों का होगा कायाकल्प:
रूपनगर, मानसा, बठिंडा, पटियाला, जालंधर, संगरूर, एसबीएस नगर, तरन तारन, श्री फतेहगढ़ साहिब, बरनाला, श्री मुक्तसर साहिब, अमृतसर, एसएएस नगर सहित विभिन्न जिलों में गुरु जी से जुड़े 63 स्थलों पर बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा।
केंद्र सरकार से भी की गई अपील:
राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से मोहाली में एक कन्वेंशन सेंटर, श्री आनंदपुर साहिब में एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, अमृतसर के बाबा बकाला में एक डिग्री कॉलेज स्थापित करने और गुरु तेग बहादुर जी पर एक स्मारक डाक टिकट जारी करने का आग्रह किया है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोंद और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।