- हरिद्वार में प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ने किया नवनिर्मित भवन व स्मार्ट रूम का लोकार्पण, 13 जनपदों के 500 विद्यालयों में वर्चुअल क्लासरूम की व्यवस्था, मोबाइल साइंस लैब की शुरुआत
हरिद्वार, गुरुवार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, हरिद्वार में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह-2025 में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने नवनिर्मित भवन और स्मार्ट रूम का लोकार्पण किया। साथ ही, प्रतिभावान विद्यार्थियों और शिक्षकों को सम्मानित करते हुए उनके कार्यों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने नए भवन और स्मार्ट रूम के लोकार्पण पर सभी छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद जब देश अपने पैरों पर खड़ा हो रहा था, उस समय राष्ट्र निर्माण की भावना को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषंगिक संगठन विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान ने सरस्वती शिशु मंदिर के रूप में जो पौधा रोपा था, वह आज विशाल वटवृक्ष बनकर खड़ा है और देश के कोने-कोने में नौनिहालों को शिक्षित कर देश को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है।
उन्होंने कहा कि विद्या भारती द्वारा देश में 12 हजार से अधिक विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 35 लाख से अधिक विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी विद्या भारती द्वारा 50 से अधिक महाविद्यालय और एक विश्वविद्यालय का संचालन किया जा रहा है। इन संस्थानों के माध्यम से विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा देने के साथ ही उनमें राष्ट्रसेवा, नैतिकता, संस्कृति संरक्षण, प्राकृतिक संरक्षण और समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में वर्तमान में विद्या भारती का एक बड़ा नेटवर्क है। माणा से लेकर सीमांत क्षेत्र धारचूला तक शिशु मंदिर और विद्या मंदिर मौजूद हैं। वर्तमान में विद्या भारती द्वारा प्रदेश में 500 से अधिक विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें एक लाख से अधिक विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस विद्यालय में चार स्मार्ट क्लासेज का लोकार्पण इस बात का प्रमाण है कि विद्या भारती के स्कूल किसी भी आधुनिक स्कूल से पीछे नहीं हैं और उनमें भी सभी प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में निरंतर सुधार कर रही है। शिक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए सरकार ने प्रदेश में सर्वप्रथम नई शिक्षा नीति लागू की। राज्य में पीएमश्री योजना के अंतर्गत 141 पीएमश्री विद्यालय बनाए गए हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय का निर्माण भी किया जा रहा है। प्रदेश के 13 जनपदों के 500 विद्यालयों में वर्चुअल क्लासरूम की व्यवस्था की गई है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी विद्यालयों में एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकों को अनिवार्य किया गया है। विद्यार्थियों को विज्ञान को बेहतर तरीके से समझाने के लिए राज्य में लैब ऑन व्हील्स अर्थात मोबाइल साइंस लैब की शुरुआत की गई है। राज्य में कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें और कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को पाठ्य पुस्तकों के साथ ही जूते और बैग भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 20 मॉडल कॉलेज और 9 महाविद्यालयों की स्थापना के साथ ही महिला छात्रावास, आईटी लैब और परीक्षा भवनों का निर्माण किया जा रहा है। स्कूलों के लिए अध्यापकों और महाविद्यालयों के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर आदि की नियुक्ति भी हो रही है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में करोड़ों रुपये की लागत से स्टेडियम में खेल सुविधाओं का निर्माण करवाया गया है और 8 वर्ष की उम्र से ही प्रतिभावान खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति दी जा रही है। प्रदेश के आवासीय स्पोर्ट्स कॉलेज के खिलाड़ियों को निःशुल्क प्रशिक्षण, शिक्षा, आवास, भोजन और किट आदि प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राष्ट्रीय स्तर की किसी भी प्रतियोगिता में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने की ऐतिहासिक शुरुआत की है। इन सभी प्रयासों का परिणाम है कि हाल ही में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों में प्रदेश के खिलाड़ियों ने 100 से अधिक पदक जीतकर इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि मेहनती और प्रतिभावान बच्चों के सपनों पर कोई नकल माफिया हावी नहीं हो सकेगा। राज्य सरकार ने उत्तराखंड में देश का सबसे बड़ा नकल विरोधी कानून लागू किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले परीक्षाओं में धांधली और पेपर लीक होते थे, जिससे प्रदेश के युवाओं का मनोबल टूट रहा था, लेकिन जब से नकल विरोधी कानून लागू हुआ है, तब से एक भी पेपर लीक नहीं हुआ है। इसका परिणाम यह है कि 3 वर्षों में लगभग 22 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने सरकारी नौकरी पाने में सफलता प्राप्त की है। मुख्यमंत्री ने सभी विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि सभी मन लगाकर पढ़ाई करें और आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि यह विद्यालय भविष्य में भी आने वाली पीढ़ियों को शिक्षा प्रदान करता रहेगा और विद्यार्थियों में सामाजिक और नैतिक मूल्यों का विकास करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा।
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