हिमाचल प्रदेश सरकार विद्युत बोर्ड के सुचारू संचालन के लिए हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड (HPSEBL) में बड़े पैमाने पर फील्ड स्टाफ की भर्ती करेगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में यह घोषणा की।
उन्होंने बताया कि बोर्ड के कई अधिकारी ऊर्जा निदेशालय, HPPTCL और पावर कारपोरेशन में प्रतिनियुक्ति पर हैं। इन अधिकारियों को 30 अप्रैल तक संबंधित स्थानों पर स्थायी रूप से समायोजित होने का विकल्प दिया जाएगा। इसके बाद जो पद रिक्त रहेंगे, उन्हें सरकार प्राथमिकता के आधार पर भरेगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि 100 मेगावाट क्षमता वाली ऊहल चरण-3 जल विद्युत परियोजना का जल्द ही उद्घाटन किया जाएगा। इस परियोजना को 17 मई, 2020 को पेनस्टॉक फटने से नुकसान हुआ था, जिसके लिए 185 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। यह परियोजना पूरी तरह चालू होने पर प्रतिवर्ष लगभग 392 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन करेगी, जिससे राज्य को लगभग 200 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि विद्युत बोर्ड को सशक्त बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रयास कर रही है।
प्रदेश में लगभग 11,000 फील्ड कर्मचारियों की कमी है। बैठक में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, ऊर्जा निदेशक राकेश कुमार प्रजापति, विद्युत बोर्ड के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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