मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने राज्य में रेल सुविधाओं के विकास के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक की। उन्होंने परिवहन विभाग को राज्य में प्रस्तावित और संचालित सभी रेल परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति रिपोर्ट, बाधाओं और समस्याओं का विवरण, और देहरादून सहित सभी रेलवे स्टेशनों के उन्नयन की स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिए। साथ ही, रेल मंत्रालय, RVNL और अन्य संबंधित संस्थाओं के साथ प्रभावी समन्वय बनाए रखने को कहा।
रेल नेटवर्क के महत्व पर ज़ोर:
मुख्य सचिव ने दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों को रेल नेटवर्क से जोड़ने, राज्य के औद्योगिक, आर्थिक और सामाजिक विकास, धार्मिक स्थलों तक श्रद्धालुओं की सुगम पहुँच, और सामरिक महत्व के लिए रेलवे अवसंरचना के महत्व पर ज़ोर दिया।
राज्य में रेल परियोजनाओं की स्थिति:
परिवहन विभाग ने बताया कि राज्य में कुल पाँच रेल परियोजनाएँ हैं, जिनमें से तीन प्रस्तावित और दो (ऋषिकेश-कर्णप्रयाग सहित) संचालित हैं।

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गंगोत्री-यमुनोत्री रेल परियोजना: 121.76 किमी लंबी इस परियोजना में 10 स्टेशन प्रस्तावित हैं। सर्वेक्षण पूरा हो चुका है और DPR रेलवे बोर्ड को सौंप दी गई है, जिस पर अनुमोदन प्रतीक्षित है।
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टनकपुर-बागेश्वर रेल परियोजना: 170.70 किमी लंबी इस परियोजना में 12 स्टेशन प्रस्तावित हैं। सर्वेक्षण पूरा हो चुका है और DPR रेलवे बोर्ड को सौंप दी गई है, जिस पर अनुमोदन प्रतीक्षित है।
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देहरादून-सहारनपुर रेल परियोजना: 92.60 किमी लंबी इस परियोजना में 8 स्टेशन प्रस्तावित हैं। इसका सर्वेक्षण कार्य प्रगति पर है।
बैठक में परिवहन सचिव, अपर सचिव परिवहन, सचिव MDDA सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।