नई दिल्ली: वक्फ संशोधन विधेयक आज, 2 अप्रैल, बुधवार को लोकसभा में पेश किया जाएगा। यह विधेयक दोपहर 12 बजे सदन में पेश किया जाना प्रस्तावित है। बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में इस विधेयक को पेश करने की जानकारी दी गई। विधेयक के पेश होने से पहले, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने अपने सभी लोकसभा सांसदों को 2 अप्रैल को संसद में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है। विपक्ष ने इस बिल पर चर्चा के लिए 12 घंटे का समय मांगा है।
कांग्रेस ने भी अपने सभी सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है और उन्हें सदन में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर अच्छे काम का विरोध होता है और वक्फ संशोधन विधेयक का भी विरोध हो रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या वक्फ बोर्ड ने मुसलमानों का कल्याण किया है? उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड में सुधार समय की मांग है और यह निजी स्वार्थ और सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे का साधन बन गया है।
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर गलतफहमियां फैलाई जा रही हैं। कांग्रेस और अन्य दल मुसलमानों को गुमराह और भड़काने का प्रयास कर रहे हैं, जैसे उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के मामले में किया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि विधेयक में मस्जिद, दरगाह या अन्य धार्मिक स्थलों को सरकार द्वारा अधिग्रहित करने का कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्ति पर माफियाओं के एकाधिकार को समाप्त करना है।
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