राजगढ़, सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में एक अंतरजातीय विवाह के बाद तनाव का माहौल है। राजगढ़ में लड़की पक्ष के लगभग 200 लोगों ने थाने का घेराव कर लड़की को उनके सामने पेश करने की मांग की। यह प्रदर्शन देर शाम तक जारी रहा.
लड़की के परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट:
तीन दिन पहले 26 मार्च को लड़की के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट राजगढ़ थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस जांच में पता चला कि लड़की ने एक स्थानीय लड़के से शादी कर ली है। इसके बाद दोनों ने नाहन में पुलिस के सामने पेश होकर सुरक्षा की गुहार लगाई।
लड़की के पिता हुए बेहोश, बढ़ा तनाव:
थाने के घेराव के दौरान लड़की के पिता बेहोश होकर गिर पड़े, जिसके बाद लोगों का गुस्सा और भड़क गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया।
लड़की पक्ष के आरोप:
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि लड़की मानसिक रूप से बीमार है और लड़के ने उसे बहला-फुसलाकर शादी की है. उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक लड़की को उनके सामने पेश नहीं किया जाता, वे विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।
पुलिस का बयान:
डीएसपी राजगढ़ वीसी नेगी ने बताया कि लड़का-लड़की दोनों बालिग हैं और उनका विवाह कानूनी रूप से हुआ है। लड़की के अनुरोध पर उन्हें पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है। लंबी बातचीत के बाद पुलिस ने लड़की को उसके परिजनों से मिलवाने की शर्त पर प्रदर्शनकारियों को शांत किया.
राजनीतिक दलों का समर्थन:
राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी के अध्यक्ष रूमित ठाकुर और ब्राह्मण समाज राजगढ़ के अध्यक्ष हरदेव भारद्वाज ने भी प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया.
Pls read:Himachal: सीएम सुखविंदर सुक्खू देश के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल