किच्छा, उत्तराखंड: किच्छा के लालपुर इलाके में एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी। पारुल नाम की इस महिला ने लगभग दस साल पहले हरीश के साथ प्रेम विवाह किया था। हालांकि, बाद में उसका रईस अहमद उर्फ बाबू नाम के एक ठेकेदार से प्रेम संबंध बन गया। हरीश उनके रिश्ते में रोड़ा बन रहा था, इसलिए पारुल ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
किराये के मकान में पनपा प्रेम-प्रसंग: तीन साल पहले हरीश और पारुल, बाबू के घर में किराये पर रहने लगे थे। बाबू ने हरीश के घर का निर्माण कार्य भी लिया था, जिसके कारण उसका उनके घर आना-जाना लगा रहता था। इसी दौरान पारुल और बाबू के बीच नज़दीकियाँ बढ़ीं और डेढ़ साल पहले उनके बीच प्रेम संबंध स्थापित हो गया।
15 मार्च की रात हुई हत्या: 15 मार्च की रात को पारुल ने बाबू को अपने घर बुलाया और दोनों ने मिलकर हरीश की हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने शव को ठिकाने लगा दिया।
पुलिस को गुमराह करने की कोशिश: हरीश के लापता होने की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराने के बाद पारुल ने अपने देवर पर शक जताकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने बाबू की कॉल डिटेल्स और लोकेशन की जाँच की तो पता चला कि घटना वाली रात वह भी लालपुर में ही था।
बाबू ने किया था आर्थिक सहयोग: बाबू ने पारुल को आर्थिक रूप से भी मदद की थी। उसने पारुल के घर के निर्माण में आर्थिक सहायता की और उसे कर्ज भी दिलवाया था। पुलिस के अनुसार, बाबू ने पारुल को लगभग एक लाख रुपये की मदद की थी।
पारुल ने हत्या का दोष लेने की कोशिश की: जब पुलिस ने हत्या का खुलासा कर दिया तो पारुल ने अपने प्रेमी को बचाने के लिए सारा दोष अपने ऊपर लेने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस पूछताछ में दोनों की संलिप्तता साबित हो गई।
पारुल ने सामान्य जीवन जीने का दिखावा किया: अपराध को अंजाम देने के बाद पारुल ने सामान्य जीवन जीने का दिखावा किया। वह अगले दिन फैक्ट्री में काम पर भी गई। दो दिन बाद उसने पुलिस को हरीश के लापता होने की सूचना दी।
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