शिमला: उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने गुरुवार को विधानसभा में हिमाचल प्रदेश का आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 पेश किया। सर्वेक्षण के अनुसार, राज्य की अर्थव्यवस्था में मजबूत वृद्धि देखी जा रही है।
मुख्य बिंदु:
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जीएसडीपी में वृद्धि: 2024-25 में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) 2,32,185 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 10.2% की वृद्धि दर्शाता है।
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प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी: 2024-25 में प्रति व्यक्ति आय 2,57,212 रुपये अनुमानित है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9.6% अधिक है। इससे प्रति व्यक्ति आय में 22,430 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
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वास्तविक जीएसडीपी: स्थिर भावों पर (2011-12 के आधार पर) वास्तविक जीएसडीपी 1,46,553 करोड़ रुपये अनुमानित है, जो 6.7% की वृद्धि दर्शाता है।
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क्षेत्रवार योगदान: तृतीयक क्षेत्र (सेवा क्षेत्र) का GVA में सबसे अधिक 45.3% योगदान है, इसके बाद द्वितीयक क्षेत्र (उद्योग) का 39.5% और प्राथमिक क्षेत्र (कृषि) का 15.2% योगदान है।
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कृषि क्षेत्र: कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के GVA में 3.2% की वृद्धि का अनुमान है। फसलों के GVA में 2020-21 से 2024-25 के बीच उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
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औद्योगिक क्षेत्र: औद्योगिक क्षेत्र के GVA में 8.1% की वृद्धि की उम्मीद है। विनिर्माण क्षेत्र में 7.1% और निर्माण क्षेत्र में 9.4% की वृद्धि का अनुमान है।
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सेवा क्षेत्र: सेवा क्षेत्र के GVA में 5.9% की वृद्धि का अनुमान है।
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पर्यटन: पर्यटन क्षेत्र में तेजी देखी जा रही है। 2024 में पर्यटकों की संख्या बढ़कर 1.81 करोड़ हो गई है।
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जलविद्युत: राज्य में 24,000 मेगावाट जलविद्युत उत्पादन की क्षमता है, जिसमें से 11,290 मेगावाट का दोहन किया जा रहा है।
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मुद्रास्फीति: मुद्रास्फीति दर स्थिर रही है और 2024-25 में 4.2% रहने का अनुमान है।
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सामाजिक सेवाएं: स्वास्थ्य और परिवहन क्षेत्र में सुधार हुआ है।
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रोजगार: राज्य का श्रम बल भागीदारी दर (LFPR) और श्रमिक जनसंख्या अनुपात (WPR) पड़ोसी राज्यों से बेहतर है।
सर्वेक्षण के अनुसार, राज्य की अर्थव्यवस्था लगातार विकास के पथ पर अग्रसर है और विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति देखी जा रही है।
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