
बिजनौर: गंगा एक्सप्रेस-वे को बिजनौर से जोड़ने की मांग को लेकर एमएलसी अशोक कटारिया ने मंगलवार को विधान परिषद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने यह मुद्दा उठाया। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि गंगा एक्सप्रेस-वे गंगा नदी के साथ-साथ ही बनाया जाएगा, जिससे बिजनौर के लोगों की उम्मीदें फिर से जाग गई हैं।
दो साल पहले हुई थी घोषणा:
दो साल पहले नजीबाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने बिजनौर को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ने की घोषणा की थी। हालाँकि, हाल ही में कैबिनेट की बैठक में गंगा एक्सप्रेस-वे को मुज़फ्फरनगर होते हुए हरिद्वार ले जाने का प्रस्ताव पारित हुआ था और बजट में इसके लिए 50 करोड़ रुपये भी आवंटित किए गए थे। इससे जिले के लोगों में निराशा थी और वे लगातार गंगा एक्सप्रेस-वे को बिजनौर से गुजारने की मांग कर रहे थे।
एमएलसी ने उठाया मुद्दा:
एमएलसी अशोक कटारिया ने विधान परिषद में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के सामने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि गंगा नदी उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश में सबसे पहले बिजनौर में प्रवेश करती है, इसलिए गंगा एक्सप्रेस-वे को भी बिजनौर से होकर गुजरना चाहिए।
मुख्यमंत्री का आश्वासन:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एमएलसी के संबोधन के दौरान ही कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे का नाम ही गंगा के नाम पर है, इसलिए इसे गंगा नदी के साथ ही बनाया जाएगा। उन्होंने सभी को इस बारे में निश्चिंत रहने को कहा।
जिले के लोगों में जगी उम्मीद:
मुख्यमंत्री के इस आश्वासन से बिजनौर के लोगों में फिर से उम्मीद जगी है कि गंगा एक्सप्रेस-वे उनके जिले से होकर गुजरेगा, जिससे विकास को गति मिलेगी।
Pls read:Uttarpradesh: योगी आदित्यनाथ का विपक्ष पर प्रहार: महाकुंभ और राम मंदिर पर तंज