
देहरादून: केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देश पर उत्तराखंड में मादक पदार्थों के निस्तारण के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में इस अभियान के तहत जब्त मादक पदार्थों को नष्ट किया गया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को ‘नशा मुक्त देवभूमि’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और अधिक प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मुख्य बिंदु:
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केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देश पर विशेष अभियान।
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11 से 25 जनवरी तक नशा निपटान पखवाड़ा।
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गढ़वाल और कुमाऊं रेंज में मादक पदार्थ निपटान की कार्रवाई।
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नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाना और नशा मुक्ति को बढ़ावा देना अभियान का मुख्य उद्देश्य।
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राज्य, जनपद और थाना स्तर पर एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन।
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विशेष नशा मुक्ति अभियान और जनजागरूकता कार्यक्रम।
जब्त मादक पदार्थों का विवरण:
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कुमाऊं मंडल:
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2022: ₹1.15 करोड़ मूल्य की 252.934 किलोग्राम ड्रग्स
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2023: ₹6.82 करोड़ मूल्य की 610.80 किलोग्राम ड्रग्स
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2024: ₹5.43 करोड़ मूल्य की 56.201 किलोग्राम ड्रग्स और 150 नशीली गोलियां
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गढ़वाल रेंज:
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2022: ₹2.74 करोड़ मूल्य की 605.628 किलोग्राम ड्रग्स
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2024-25 (औषधि व्ययन समिति): ₹6.22 करोड़ मूल्य की 934.323 किलोग्राम ड्रग्स
पुलिस महानिदेशक की रिपोर्ट:
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2022 से 2025 तक 886 मामलों में 907 अभियुक्त गिरफ्तार।
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₹22.38 करोड़ मूल्य के 2459 किलोग्राम मादक पदार्थ बरामद।
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PIT NDPS Act के तहत 5 अपराधियों पर कार्रवाई, 8 अन्य पर कार्रवाई जारी।
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₹3 करोड़ से अधिक की संपत्ति सीज/फ्रीज।
नशामुक्ति के प्रयास:
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मुख्य सचिव और जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में एन्कोर्ड समितियों की नियमित बैठकें।
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कुछ बैठकों की अध्यक्षता मुख्यमंत्री ने की।