
देहरादून: राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी में दर्शन के लिए गए देहरादून के एक परिवार के चार सदस्यों की रहस्यमय मौत की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ पाई है. गुरुवार को मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किए जाने के बाद भी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है. परिवार के सदस्य शवों को देहरादून ला रहे हैं और शुक्रवार को हरिद्वार में अंतिम संस्कार किया जाएगा.
पोस्टमार्टम के दौरान शवों पर किसी भी प्रकार की चोट या संघर्ष के निशान नहीं मिले हैं. मृतकों के गहने और नकदी भी कमरे में ही मौजूद थे, जिससे लूटपाट की आशंका नहीं लग रही है. प्रारंभिक जांच में ज़हर खाने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन कमरे से कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है.
हत्या की आशंका, मामला दर्ज:
मृतक सुरेंद्र कुमार के छोटे भाई मुकेश कुमार ने हत्या की आशंका जताते हुए टोडाभीम थाने में मामला दर्ज कराया है. पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है.

रायपुर, देहरादून निवासी सुरेंद्र कुमार, उनकी पत्नी कमलेश, बेटी नीलम और बेटा नितिन अक्सर मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन के लिए जाते थे. परिवार में किसी तरह का कोई विवाद या आर्थिक तंगी नहीं थी.
रिश्तेदार से की थी फोन पर बात:
बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह सुरेंद्र कुमार ने अपने एक रिश्तेदार से फोन पर बात की थी और उन्हें घर का ध्यान रखने के लिए कहा था. वे 12:15 बजे रात की ट्रेन से बांदीकुई होते हुए देहरादून वापस आने वाले थे.
परिवार की बालाजी में गहरी आस्था थी और वे दो साल पहले भी मेहंदीपुर बालाजी दर्शन के लिए गए थे.
नितिन की शादी की चल रही थी तैयारी:
नितिन पिछले साल दिसंबर में अंडमान-निकोबार घूमने गया था और उसकी शादी की बात चल रही थी. नीलम की शादी 2016 में हुई थी, लेकिन ससुराल में विवाद के चलते वह अपने मायके में रह रही थी और उसका तलाक का केस चल रहा था.
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