Uttarpradesh: कानपुर में बनेगा क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण ‘क्रीडा’, 10 जिलों का होगा एकीकृत विकास – The Hill News

Uttarpradesh: कानपुर में बनेगा क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण ‘क्रीडा’, 10 जिलों का होगा एकीकृत विकास

खबरें सुने

कानपुर: कानपुर महानगर और आसपास के जिलों के विकास को गति देने के लिए क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण ‘क्रीडा’ (कानपुर रीजन इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट अथॉरिटी) के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नगर विकास विभाग ने कानपुर मंडलायुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं, जो 10 जिलों के जिलाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर क्रीडा के गठन की रिपोर्ट तैयार करेगी।

दिल्ली-एनसीआर की तर्ज पर होगा विकास:

क्रीडा का गठन दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) की तर्ज पर किया जाएगा। इसके अंतर्गत आसपास के जिलों में स्वास्थ्य, उद्योग, यातायात समेत अन्य सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। इससे क्षेत्र का समग्र विकास सुनिश्चित होगा और लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।

किन जिलों को किया जाएगा शामिल?

क्रीडा में कानपुर नगर के अलावा उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर, औरैया, इटावा, हमीरपुर, कालपी, उरई, कन्नौज और फर्रुखाबाद जिलों को शामिल करने का प्रस्ताव है। करीब दो साल पहले मंडलायुक्त की अध्यक्षता में गठित मंडलीय उच्च स्तरीय विकास समिति ने क्रीडा का प्रारंभिक खाका तैयार किया था। इस प्रस्ताव का अध्ययन नगर विकास विभाग के विशेष सचिव और प्रदेश के मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक ने किया है.

कमेटी तैयार करेगी विस्तृत रिपोर्ट:

नगर विकास विभाग ने अब मंडलायुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं। यह कमेटी क्रीडा में शामिल होने वाले सभी 10 जिलों का भौगोलिक मानचित्र, जनसंख्या, आर्थिक गतिविधियां और उपलब्ध सुविधाओं का आकलन करके एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी। इस रिपोर्ट के आधार पर ही क्रीडा का अंतिम स्वरूप तय किया जाएगा।

रिंग रोड के आसपास होगा विकास:

क्रीडा के विकास के लिए रिंग रोड को आधार माना गया है। रिंग रोड के आसपास के क्षेत्र में अस्पताल, ट्रामा सेंटर, औद्योगिक क्षेत्र, बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन और मेट्रो कनेक्टिविटी जैसी सुविधाएं विकसित करने की योजना है. इससे क्षेत्र का सुनियोजित विकास होगा और लोगों को सभी आवश्यक सुविधाएं एक ही स्थान पर मिल सकेंगी।

अधिकारियों के बयान:

मंडलायुक्त के. विजयेन्द्र पांडियन ने बताया कि उद्योग शहर की पुरानी पहचान है और इसके विकास के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। क्रीडा का गठन अगले 50 सालों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है।

मंडलीय उच्च स्तरीय विकास समिति के समन्वयक नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि शिक्षा, व्यवसाय, उद्योग, चिकित्सा, मनोरंजन, यातायात आदि के लिए कानपुर आसपास के जिलों के लिए एक प्रमुख केंद्र है. क्रीडा के गठन से इन जिलों का कानपुर के साथ संगठित विकास होगा और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.

 

Pls read:Uttarpradesh: महाकुंभ में आस्था का संगम, अनूठे साधु-संतों की तपस्या और त्याग की गाथाएं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *