शिमला: हिमाचल प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार 2415 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इस निवेश से पर्यटकों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान की जाएंगी और राज्य की आर्थिकी को मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने सोमवार को पर्यटन विभाग की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंडी शिवधाम के सुंदरीकरण पर 150.27 करोड़ रुपये और हमीरपुर के बाबा बालक नाथ मंदिर, दियोटसिद्ध पर 51.70 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा, नगरोटा बगवां और पालमपुर शहर के सौंदर्यीकरण के लिए 78.09 करोड़ रुपये की योजना है।
पर्यटन परियोजनाओं को समय पर पूरा करने पर ज़ोर:
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है। राज्य सरकार विभिन्न पर्यटन परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। 280.39 करोड़ रुपये की लागत से हमीरपुर के नादौन, कांगड़ा के नगरोटा बगवां और कुल्लू के मनाली व कुल्लू में वेलनेस सेंटर विकसित किए जाएंगे।
पर्यटन और ऊर्जा क्षेत्र प्राथमिकता में:
सुक्खू ने कहा कि पर्यटन और ऊर्जा क्षेत्र राज्य सरकार की प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं। सरकार इन क्षेत्रों के विकास और अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। प्रदेश सरकार के प्रयासों से राज्य में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे राज्य की आर्थिकी को मजबूती मिल रही है।
बैठक में मौजूद अधिकारी:
समीक्षा बैठक में हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रघुवीर सिंह बाली, प्रधान सचिव पर्यटन देवेश कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, निदेशक पर्यटन विवेक भाटिया, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा और पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
शहरों के विकास की योजना दिल्ली में रखेंगे विक्रमादित्य सिंह:
शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शिमला में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के शहरों के विकास के लिए एक योजना तैयार की गई है, जिसे वे केंद्रीय शहरी विकास मंत्री के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। इस योजना में शहरों में सीवरेज और कचरा प्रबंधन से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी।
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