बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक बड़ा हमला किया है। अबूझमाड़ के दक्षिणी हिस्से में नक्सलियों से मुठभेड़ के बाद लौट रहे जवानों के पिकअप वाहन को नक्सलियों ने IED ब्लास्ट से उड़ा दिया। इस हमले में चालक सहित 9 जवान शहीद हो गए हैं। घटनास्थल पर सुरक्षाबलों की एक टीम भेजी गई है।
नारायणपुर से लौट रहे थे जवान:
जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने सड़क पर आईईडी लगा रखा था। जैसे ही पिकअप वाहन उसके ऊपर से गुजरा, तेज धमाका हुआ। शहीद हुए जवान जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के थे, जो रविवार को नारायणपुर में हुई मुठभेड़ के बाद लौट रहे थे।
20 जवान थे सवार:
यह हमला बीजापुर जिले के कुटरू-बेदरे मार्ग पर अमेली के पास हुआ। चार दिन जंगल में पैदल चलने के बाद थके हुए जवान पिकअप वाहन में सवार हुए थे। विस्फोट के समय वाहन में लगभग 20 जवान सवार थे। घटना की सूचना मिलते ही बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। घायल जवानों को निकालने के लिए बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है।
नारायणपुर मुठभेड़ में भी हुआ था बलिदान:
नारायणपुर मुठभेड़ में डीआरजी के प्रधान आरक्षक सन्नू कारम शहीद हो गए थे। वे 2017 में आत्मसमर्पित नक्सली थे और 2019 में डीआरजी में शामिल हुए थे।
5 नक्सली शव बरामद:
मुठभेड़ के बाद सोमवार को एक और नक्सली का शव मिला, जिससे अब तक दो महिलाओं सहित कुल पांच नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं। पुलिस के अनुसार, मारे गए नक्सली दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (डीकेएसजेडसी) के हो सकते हैं।
चार जिलों की टीमें कर रहीं ऑपरेशन:
घटनास्थल से एके-47, सेल्फ लोडिंग राइफल और अन्य हथियार बरामद हुए हैं। दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर और कोंडागांव जिलों के डीआरजी और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीमें दक्षिण अबूझमाड़ में संयुक्त अभियान चला रही हैं।
2010 में भी हुआ था बड़ा हमला:
2010 में दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों से भरे वाहन को उड़ा दिया था, जिसमें 75 जवान शहीद हो गए थे।
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