चंडीगढ़। किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित उच्च स्तरीय कमेटी सोमवार को खनौरी जाएगी। कमेटी वहां 41 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात करेगी। रविवार को पंजाब सरकार ने एक बार फिर डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता लेने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन किसानों ने डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत का हवाला देते हुए उन्हें मिलने नहीं दिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम को भी डल्लेवाल की जांच करने की अनुमति नहीं दी गई। पंजाब सरकार को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में डल्लेवाल को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के संबंध में रिपोर्ट देनी है।
पूर्व जस्टिस नवाब सिंह के नेतृत्व में कमेटी:
सुप्रीम कोर्ट की कमेटी, जिसका नेतृत्व पूर्व जस्टिस नवाब सिंह कर रहे हैं, सोमवार दोपहर तीन बजे डल्लेवाल से मुलाकात करेगी। कमेटी में कृषि नीति विशेषज्ञ देवेंद्र शर्मा, कृषि अर्थशास्त्री आरएस घुमण, पंजाब किसान आयोग के अध्यक्ष डॉ. सुखपाल सिंह और पूर्व डीजीपी बीएस संधू शामिल हैं। इससे पहले भी कमेटी ने संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) को बातचीत के लिए बुलाया था।
डल्लेवाल की हालत गंभीर:
डल्लेवाल की सेहत पर नज़र रखने वाली डॉक्टरों की टीम में शामिल डॉ. खुशप्रीत कौर गिल ने बताया कि डल्लेवाल कई दिनों से ठीक से खड़े नहीं हो पा रहे हैं। उन्हें बार-बार उल्टी हो रही है, जिससे उनकी हालत और बिगड़ रही है। उनके लिवर और किडनी पर असर पड़ रहा है। डॉक्टर के अनुसार, अगर वह अनशन तोड़ भी देते हैं, तो भी उनके शरीर के अंगों के पूरी तरह ठीक होने की संभावना कम है।
“महापंचायत से मिला समर्थन”:
किसान नेता सुरजीत सिंह फूल, काका सिंह कोटड़ा और अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि शनिवार को हुई महापंचायत ने साबित कर दिया है कि खनौरी और शंभू का मोर्चा सिर्फ़ दो किसान नेताओं का नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन बन गया है।
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