नई दिल्ली। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन के कैदियों की सजा माफ करने के फैसले की कड़ी आलोचना की है। ट्रंप ने कहा है कि अगर वह दोबारा सत्ता में आते हैं तो न्याय विभाग को निर्देश देंगे कि “हैवानों” से अमेरिकी परिवारों की रक्षा के लिए मृत्युदंड जारी रखा जाए।
बाइडेन ने घटा दी थी कई कैदियों की सजा
बाइडेन ने हाल ही में लगभग 1500 कैदियों की सजा कम करने की घोषणा की थी। कोरोना महामारी के दौरान इन कैदियों को जेल से रिहा कर घर में नजरबंद किया गया था। इसके अलावा, 39 अन्य अपराधियों, जो हिंसक अपराधों में शामिल नहीं थे, की सजा भी माफ कर दी गई थी। सोमवार को बाइडेन ने 37 और अपराधियों की मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया, जिनमें साथी कैदियों की हत्या, बैंक डकैती के दौरान हत्या और जेल गार्ड की हत्या के दोषी शामिल थे। बाइडेन ने कहा कि उनकी अंतरात्मा उन्हें संघीय स्तर पर मृत्युदंड को समाप्त करने के लिए प्रेरित करती है।
ट्रंप ने बाइडेन के फैसले पर जताई असहमति
ट्रंप ने बाइडेन के इस “माफी अभियान” का विरोध किया है और कहा है कि अमेरिकियों की सुरक्षा और अपराध मुक्त वातावरण के लिए मृत्युदंड जारी रहना चाहिए। हालांकि, ट्रंप राष्ट्रपति बनने के बाद भी बाइडेन के द्वारा पहले से दी गई माफ़ी के फैसले को नहीं बदल सकते। वह केवल भविष्य में मृत्युदंड जारी रखने पर जोर दे सकते हैं।
कुछ हाई-प्रोफाइल हत्यारों को नहीं मिली माफी
बाइडेन ने कुछ हाई-प्रोफाइल हत्यारों को माफी नहीं दी है, जिनमें 2013 बोस्टन मैराथन बम विस्फोट, 2015 में 9 अश्वेत लोगों की हत्या और 2018 में 11 यहूदी लोगों की सामूहिक हत्या के दोषी शामिल हैं। ये तीनों अभी भी संघीय मृत्युदंड का सामना कर रहे हैं।
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