देहरादून: देहरादून के अलकनंदा एन्क्लेव में ओएनजीसी के पूर्व इंजीनियर अशोक कुमार गर्ग की हत्या की गुत्थी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। घटनास्थल के 100 मीटर के दायरे के बाद हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिल रहा है। पुलिस ने 500 से ज़्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली है और 40 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है।
हत्यारे हुए फरार:
सोमवार शाम करीब 7:45 बजे हुई इस हत्या के बाद हत्यारे घर के पिछले हिस्से से भाग निकले। सीसीटीवी फुटेज में दो युवकों को कमला पैलेस की ओर भागते हुए देखा गया है, लेकिन इसके आगे उनका कोई पता नहीं चल पाया है।
जांच के सभी रास्ते बंद:
पुलिस ने डिलीवरी बॉय, मजदूरों और अन्य संदिग्धों से पूछताछ की है, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। बुजुर्ग के निजी मसलों को लेकर भी जांच की जा रही है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या इन मसलों की जानकारी हत्यारों को थी। परिवार से भी पुलिस को कोई खास मदद नहीं मिली है।
सुपारी किलिंग का शक:
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं यह सुपारी किलिंग तो नहीं है। हत्यारों के भागने के तरीके से लगता है कि वे पेशेवर अपराधी हो सकते हैं।
चुनौतियां:
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सीमित सुराग: पुलिस के पास हत्यारों के बारे में बहुत कम जानकारी है।
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सीसीटीवी फुटेज की कमी: 100 मीटर के दायरे के बाद सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नहीं है।
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गवाहों का न मिलना: घटना के समय कोई चश्मदीद गवाह मौजूद नहीं था।
पुलिस की आगे की कार्रवाई:
पुलिस तकनीकी सबूतों और स्थानीय लोगों से पूछताछ के आधार पर मामले की जांच कर रही है। जल्द ही हत्यारों को पकड़ने की उम्मीद है।
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