
देहरादून: राजधानी देहरादून में बिजली चोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। हाल ही में जाखन में वेंडिंग जोन निर्माण कार्य में बिजली चोरी का पता चलने के बाद अब प्रेमनगर क्षेत्र में एक व्यापारी के प्रतिष्ठान में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी का मामला प्रकाश में आया है।
ऊर्जा निगम की विजिलेंस टीम ने प्रेमनगर में राजेश भाटिया नामक एक व्यापारी के प्रतिष्ठान पर छापा मारकर बिजली चोरी का खुलासा किया। टीम ने पाया कि भाटिया ने मुख्य लाइन के केबल पर मीटर से पहले ही कट लगाकर 22.05 मीटर अतिरिक्त केबल जोड़ी थी, जिससे वह कमर्शियल उपयोग के लिए अवैध रूप से बिजली का इस्तेमाल कर रहा था। अतिरिक्त केबल को साक्ष्य के तौर पर सील कर दिया गया है।
इस मामले में ऊर्जा निगम के अवर अभियंता आरिफ अली ने प्रेमनगर थाने में राजेश भाटिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है। पुलिस को दी गई तहरीर में बिजली चोरी के सबूतों का जिक्र किया गया है और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। क्षेत्रीय अवर अभियंता आरिफ अली ने बताया कि मुकदमा दर्ज कराकर इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।

ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल यादव ने स्पष्ट किया है कि बिजली चोरी को बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस संबंध में सभी अभियंताओं को सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं। विजिलेंस टीम के साथ-साथ सब स्टेशन स्तर पर भी अलर्ट रहकर बिजली चोरी को रोकने पर ज़ोर दिया जा रहा है।
उल्लेखनीय: ऊर्जा निगम ने सितंबर महीने से अब तक प्रदेश के पाँच लाख उपभोक्ताओं को 15 करोड़ रुपये से अधिक की सब्सिडी प्रदान की है। यह सब्सिडी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सितंबर में उनके जन्मदिन पर घोषित की गई थी। यह सब्सिडी हिम-आच्छादित क्षेत्रों के उपभोक्ताओं, बीपीएल उपभोक्ताओं और एक किलोवाट भार पर 100 यूनिट तक बिजली खपत करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं को दी जा रही है। 31 मार्च 2025 तक पात्र उपभोक्ता सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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