मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मार्चुला में हुए बस हादसे के बाद राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रमों को सादगी से मनाने का निर्णय लिया है। सोमवार को सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि यह आंकलन किया जाए कि पर्वतीय क्षेत्रों में कहां अतिरिक्त बसें चलाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि आवश्यकता के अनुसार नई गाड़ियाँ खरीदकर उन क्षेत्रों में व्यवस्था की जाए। त्योहारों के दृष्टिगत भी जिन क्षेत्रों में अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करने की आवश्यकता प्रतीत होती है, वह व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
मुख्यमंत्री ने पहले ही निर्देश दिए थे कि सुरक्षा की दृष्टि से सड़कों पर क्रैश बैरियर लगाये जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों का जवाब तलब किया जाए।
मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में अपने माता-पिता को खोने वाली बेटी शिवानी की देखभाल और शिक्षा की ज़िम्मेदारी राज्य सरकार लेने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वह जीवन में आगे बढ़कर स्वयं और अपने माता-पिता के सपने साकार कर सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कल हुई वाहन दुर्घटना में संबंधित चौकी प्रभारियों की भी ज़िम्मेदारी तय की जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 08 नवंबर को प्रस्तावित सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों को स्थगित कर वाहन दुर्घटना में मृतकों की स्मृति में प्रदेशभर में सेवा और स्वच्छता के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
राज्य स्थापना दिवस के तहत आयोजित होने वाले बड़े समारोह, लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रमों के दौरान भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जाएगा।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमान एवं महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी उपस्थित थे।
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