उत्तराखंड में 12 से 15 दिसंबर तक आयोजित होने वाली 10वीं वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एण्ड अरोग्य एक्सपो की पुख्ता व्यवस्थाओं को लेकर आज मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिवालय में बैठक की। बैठक में उन्होंने आयुष, पर्यटन, लोक निर्माण, संस्कृति, परिवहन, उच्च शिक्षा व चिकित्सा शिक्षा विभाग को तैयारियों को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने इस आयोजन को राज्य के लिए ऐतिहासिक और स्वर्णिम अवसर बताया और कहा कि इस दौरान राज्य की आयुर्वेद क्षेत्र में उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाना चाहिए। उन्होंने इस आयोजन में सभी आयुष हितधारकों, आयुर्वेदिक शैक्षणिक संस्थाओं, उद्यमों व राज्य एवं केन्द्रीय स्तर के संगठनों, औषधीय पौध क्षेत्र, आयुष हेल्थ केयर से जुड़े लोगों और अंतराष्ट्रीय प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
अभी तक राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के 4501 प्रतिनिधियों ने उत्तराखंड के देहरादून में आयोजित होने वाली इस कांग्रेस के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। डेलिगेट्स के लिए रजिस्ट्रेशन 15 नवंबर तक खुले हुए हैं।
मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी देहरादून को कांग्रेस के आयोजन की विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए नोडल अधिकारियों को जल्द नामित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने देश और विश्वभर से प्रतिभाग करने वाले अतिथियों के लिए सभी व्यवस्थाओं का पुख्ता प्रबन्धन करने के निर्देश दिए हैं।
लोक निर्माण विभाग को आयोजन स्थल और अन्य सम्बन्धित मार्गों की सुव्यवस्था और आवश्यक मरम्मत करने के निर्देश दिए गए हैं। संस्कृति विभाग को कांग्रेस के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के संचालन हेतु निर्देश दिए गए हैं। परिवहन विभाग को अतिथियों के आवागमन हेतु विशेष बसों की व्यवस्था और ट्रैफिक के प्रबन्धन के निर्देश दिए गए हैं।
10वीं वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एण्ड अरोग्य एक्सपो का आयोजन वर्ल्ड आयुर्वेद फाउण्डेशन द्वारा किया जा रहा है, जिसका लक्ष्य आयुर्वेद का वैश्विक स्तर पर प्रचार-प्रसार करना है।
कांग्रेस की थीम “डिजिटल हेल्थ” रखी गई है। इस आयोजन में देशभर से आयुष और आयुर्वेद क्षेत्र से जुड़े प्रतिनिधियों, संस्थाओं, संगठनों, एनजीओं के साथ ही यूरोप, अफ्रीका, एशिया, लेटिन अमेरिका, नार्थ ईस्ट एशिया के विभिन्न देश प्रतिभाग करेंगे।
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