अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिल्कीपुर के विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में आयोजित जनसभा में समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हर जिले का बड़ा माफिया व गुंडा सपा से जुड़ा था। ये माफिया समानांतर सरकार चलाकर अराजकता व गुंडागर्दी का तांडव करते थे और तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव घर से बाहर नहीं निकलते थे।
योगी ने कहा, “बबुआ 12 बजे सोकर उठता था, जनता पिसती थी।” उन्होंने मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा ने पर्व व त्योहारों में अराजकता फैलाई थी। होली, दीवाली, रक्षाबंधन, शिवरात्रि, रामनवमी, जन्माष्टमी जैसे त्योहारों को बैन कर दिया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जन्माष्टमी के आयोजनों पर थाना, पुलिस लाइन, जेलों में रोक लगा दी गई थी। “कहते थे कि जन्माष्टमी में भजन न गाओ। हरे रामा, हरे कृष्णा की धुन कुछ लोगों को पसंद नहीं थी, इसलिए सपा इसे बैन करती थी। कांवड़ यात्रा पर बैन लगाती थी। दुर्गा पूजा में अयोध्या का दंगा हर किसी ने देखा। सपा सरकार में देवकाली मंदिर में मूर्ति चोरी हो गई थी। बतौर सांसद गोरखपुर से आकर मैंने आंदोलन किया था।”
योगी ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश भारत के विकास का बैरियर माना जाता था। अराजकता चरम पर थी। विकास योजनाओं में भेदभाव व महापुरुषों का अपमान होता था। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने साढ़े सात वर्ष में विकास के कार्यों को तेज गति से बढ़ाया। आज फोरलेन, टू लेन सड़कें, गांव की बेहतर कनेक्टिविटी, गांव-मजरे में बिजली-पानी की व्यवस्था दिखती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा के लोग गो तस्करी, वनों की कटान, जमीन कब्जा कराते थे, लेकिन आज जमीनों से कब्जे हट चुके हैं। हमारी सरकार ने 2017 के बाद एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स बनाया और सपा के भू माफिया-गुंडों से 64 हजार हेक्टेयर लैंड को मुक्त कराया। भदरसा में भी जमीन को कब्जामुक्त कराया गया है। गुर्गों से जमीन मुक्त कराने पर परेशानी हुई तो सरगना कहता है कि अयोध्या में जमीन घोटाला हुआ है। यहां जमीन घोटाला नहीं हुआ, बल्कि किसानों को 1700 करोड़ रुपये मुआवजा बांटा गया है।
योगी ने कहा कि यह लोग अपने गुर्गों के काले कारनामों के पक्ष में बोल रहे हैं। एक भी मामला ऐसा नहीं है, जहां पीड़ित को मुआवजा न मिला हो।
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